Edited By Tanuja,Updated: 18 Aug, 2021 02:10 PM
अफगानिस्तान पर तालिबान कब्जे के बाद वहां को लोग खैफजदा हैं और हजारों अफगान नागरिक देश छोड़कर भाग रहे हैं। देश छोड़ने के लिए लोग जान ...
काबुलः अफगानिस्तान पर तालिबान कब्जे के बाद वहां को लोग खैफजदा हैं और हजारों अफगान नागरिक देश छोड़कर भाग रहे हैं। देश छोड़ने के लिए लोग जान की बाजी तक लगाने को तैयार हैं। एक तरफ जहां तालिबान के डर से देश छोड़ रहे हैं हीं दूसरी तरफ कुछ बहादुर महिलाएं अपने अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करती नजर आ रही हैं। ईरानी पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें चार अफगान महिलाओं को तालिबान लड़ाकों से घिरे हुए काबुल की एक सड़क पर कुछ पोस्टर पकड़े देखा जा सकता है, जो उन्होंने अपने ही हाथों से बनाए हैं।
वीडियो में विरोध कर रही महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा, काम करने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और राजनीतिक भागीदारी के अधिकार सहित अपने अधिकारों की मांग करते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में महिलाओं को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "सालों में हमारी सभी उपलब्धियों और हमारे मूल अधिकारों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।" दरअसल तालिबान शासन से सबसे ज्यादा डर महिलाओं कोइस बात का है कि बीते सालों में मिले अधिकार अब उनसे छीन लिए जाएंगे।
इस बीच अफगानिस्तान के प्रमुख मीडिया आउटलेट्स में से एक, टोलो न्यूज ने तालिबान के आते ही कुछ समय के लिए हटाने के बाद एक बार फिर महिला एंकरों को स्क्रीन पर बुला लिया है। रविवार को काबुल पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद कई महिलाएं अपनी जान और सुरक्षा के डर से अफगानिस्तान से भाग गईं। काबुल से दिल्ली पहुंची एक अफगान महिला ने कहा कि उसे अपनी दोस्तों की सुरक्षा का डर है।
हालांकि अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद तालिबान ने पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उसने महिलाओं से लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदायों की चिंताओं पर अपना पक्ष रखा। तालिबान ने मंगलवार को इस्लामी कानून के तहत महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया और अपना विरोध करने वालों को माफी देने तथा सुरक्षित अफगानिस्तान सुनिश्चित करने की घोषणा की।