Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Apr, 2021 01:12 PM
कोरोना संकट के दौरान देश-दुनिया की अधिकतर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्राम होम (work from Home) दिया था। कई कंपनियों के कर्मचारी अभी भी घर से काम कर रहे हैं। दुनिया की टॉप कंपनी गूगल के भी सभी कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं। गूगल हमेशा...
बिजनेस डेस्क: कोरोना संकट के दौरान देश-दुनिया की अधिकतर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्राम होम (work from Home) दिया था। कई कंपनियों के कर्मचारी अभी भी घर से काम कर रहे हैं। दुनिया की टॉप कंपनी गूगल के भी सभी कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं। गूगल हमेशा ही अपने कर्मचारियों का खास ध्यान रखती आई है और उनपर दिल खोलकर खर्च भी करती है। वहीं गूगल के लिए कर्मचारियों को वर्क फ्राम देना वरदान साबित हुआ है। गूगल ने वर्क फ्राम होम से काफी बचत की है। दरअसल कर्मचारियों के घर से काम करने के कारण गूगल को उनपर ट्रेवल, होटल बुकिंग और अन्य सुविधाओं पर बहुत कम खर्च करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं गूगल ने कोरोना महामारी में फिजिकल प्रमोशन का भी खर्चा बचाया।
पहली तिमाही के दौरान गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कंपनी के प्रमोशन, ट्रैवल और एंटरटेनमेंट के खर्चों में $268 मिलियन (लगभग 1,980 करोड़ रुपए) की बचत की है सालाना तौर पर, यह $1 बिलियन (लगभग 7,400 करोड़ रुपए) से अधिक होगा। अल्फाबेट ने इस साल की शुरुआत में अपनी एनुअल रिपोर्ट में कहा था कि साल 2020 में एडवरटाइजिंग और प्रमोशनल खर्चों में $1.4 बिलियन (लगभग 10,360 करोड़ रुपए) की कमी आई है क्योंकि कंपनी ने महामारी के दौरान खर्चों को घटाया, रोका या कैंपेन को रीशेड्यूल और कुछ इवेंट्स को केवल डिजिटल फॉर्मेट में बदल दिया।
ऐसे में ट्रैवल और एंटरटेनमेंट खर्च $371 मिलियन (लगभग 2,740 करोड़ रुपए) कम हो गया। कंपनी ने कोरोना के चलते खर्चों को कम किया, कैंपेन को रीशेड्यूल किया और कई इवेंट को डिजिटल माध्यम से पेश किया. ऐसा करने से कंपनी के ट्रैवल और एंटरटेनमेंट में होने वाले खर्च में $371 मिलियन (लगभग 2,740 करोड़ रुपए) की कमी आई।