Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jul, 2017 02:56 PM
एक वक्त था जब हिंदुस्तान की सीमाएं कन्याकुमारी से लेकर अफगानिस्तान तक थीं चंगेज़ ख़ां की बादशाहत चीन से लेकर हिंदुस्तान की दहलीज़ तक फैली थी...
सिडनीः एक वक्त था जब हिंदुस्तान की सीमाएं कन्याकुमारी से लेकर अफगानिस्तान तक थीं चंगेज़ ख़ां की बादशाहत चीन से लेकर हिंदुस्तान की दहलीज़ तक फैली थी। मुग़लिया सल्तनत का विस्तार काबुल-कंधार से लेकर कर्नाटक तक था।
लेकिन आज हम आपको दुनिया के सबसे छोटे बादशाह और उसकी सल्तनत के बारे में बताएगे. इस राजा के राज्य में कुल 11 लोग रहते हैं,वो भी पार्ट टाइम। इस राज्य का राजा अपनी नाव और रेस्टोरेंट चलाते हैं. वो सामान्य तौर पर हाफ पैंट और सैंडल पहनते हैं। इस किंगडम का नाम है किंगडम ऑफ टवोलारा। यूरोप के इटली के सार्डीनिया प्रांत के पास भूमध्य सागर में स्थित ये एक बेहद छोटा-सा द्वीप है। ये किंगडम, इटली के बतौर एक देश अस्तित्व में आने से पहले से मौजूद है। किंगडम ऑफ़ टवोलारा, असल में टवोलारा नाम के एक छोटे से जज़ीरे पर फैला हुआ है।इसकी कुल लंबाई-चौड़ाई पांच वर्ग किलोमीटर है।
एंतोनियो बर्तलिओनी के मुताबिक़ उनके परदादा के परदादा, गुसेप बर्तलिओनी 1807 में दो बहनों से शादी करके इटली से भाग आए थे। उस वक़्त इटली एक देश नहीं था, बल्कि इसका सार्डीनिया सूबा एक अलग साम्राज्य के तौर पर आबाद था। यहां दो शादियां करना गुनाह था, इसीलिए गुसेप बर्तलिओनी भागकर इस द्वीप पर आकर बस गए। कई देशों के राजाओं के साथ टवोलारा के राजाओं ने समझौते भी किए. इनमें से एक इटली के संस्थापक कहे जाने वाले गुसेप गैरीबाल्डी भी थे।
उस वक़्त के सार्डीनिया के राजा विटोरियो इमैनुअल द्वितीय ने तो 1903 में टवोलारा के साथ शांति समझौता भी किया था। 19वीं सदी में ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने दुनिया भर के राजाओं की तस्वीरें इकट्ठी करने का मिशन शुरू किया था। इस दौरान एक जहाज़ उन्होंने टवोलारा भी भेजा था ताकि यहां के शाही ख़ानदान की तस्वीर भी उतारी जा सके। उस दौर की तस्वीर बरसों तक इंग्लैंड के बकिंघम पैलेस की शान बढ़ाती रही।