Edited By Tanuja,Updated: 14 Apr, 2022 03:35 PM
पाकिस्तान में चल रही सियासी उथल-पुथल के बीच विश्व बैंक ने नई शहबाज शरीफ सरकार को बड़ा झटका दे दिया है। विश्व बैंक (World Bank) ने...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में चल रही सियासी उथल-पुथल के बीच विश्व बैंक ने नई शहबाज शरीफ सरकार को बड़ा झटका दे दिया है। विश्व बैंक (World Bank) ने चालू वित्त वर्ष के लिए पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 4.3 फीसदी कर दिया जो पिछले वर्ष के मुकाबले करीब एक फीसदी कम है। उसने कहा कि निवर्तमान सरकार द्वारा ऊर्जा सब्सिडी देने का अंतिम समय पर जो फैसला लिया गया उससे बजट पर अतिरिक्त भार पड़ा और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के कार्यक्रम के लिए जोखिम पैदा हुआ।
विश्व बैंक में दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिए मुख्य अर्थशास्त्री हैंस टिमर ने ‘दक्षिण एशिया में आर्थिक ध्यान को पुन: आकार देने वाले नियम: आगे का नया रास्ता' नामक बुधवार को जारी की रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान ने कर छूट हटाने और ईंधन पर कर बढ़ाने के IMF के साथ अपने समझौते का पहले तो पालन किया लेकिन घरेलू स्तर पर ऊर्जा की बढ़ती कीमतों और राजनीति में विपक्ष के दबाव के कारण पाकिस्तान सरकार को फरवरी में बिजली और ईंधन की कीमतों पर राहत देनी पड़ीं।
डॉन अखबार की खबर में टिमर के हवाले से कहा गया, ‘‘पाकिस्तान सरकार के इन कदमों से घरेलू कीमतों में उतार-चढ़ाव भले कम हुआ हो लेकिन इससे सरकार का बजट का भार बढ़ गया । ''