Edited By Tanuja,Updated: 01 Jan, 2022 12:58 PM
करीब दो साल से कोविड महामारी का दंश झेलने के बाद नववर्ष 2022 की शुरुआत भी इसके नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खौफ के बीच...
इटरनेशनल डेस्कः करीब दो साल से कोविड महामारी का दंश झेलने के बाद नववर्ष 2022 की शुरुआत भी इसके नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खौफ के बीच हुई । लेकिन फिर भी पूरी दुनिया ने नई उम्मीदों के साथ 2022 का खुले दिल से स्वागत किया । भारत सहित दुनिया भर के लोगों ने आतिशबाजी और पटाखों की गूंज के साथ नए साल का स्वागत किया।
किरिबाती और भारत के समय में 8.30 घंटों का फर्क है। इस कारण दुनिया में सबसे पहले न्यू ईयर का जश्न भी किराबाती में मनाया गया। कुछ पलों के अंतर में न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में लोगों ने नए साल के स्वागत किया। न्यूजीलैंड देश में ओमिक्रोन का सामुदायिक स्तर पर अभी तक प्रसार नहीं हुआ है फिर भी देश में भीड़ एकत्र नहीं होने देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
#WATCH | New Zealand's Auckland rings in #NewYear2022 with fireworks display
(Video: Reuters) pic.twitter.com/UuorkGHPEg
— ANI (@ANI) December 31, 2021
पड़ोसी देश आस्ट्रेलिया ने भी संक्रमण के मामले विस्फोटक तरीके से बढ़ने के बावजूद अपने समारोहों की योजनाओं को बरकरार रखा। नववर्ष के स्वागत में सिडनी हार्बर ब्रिज और सिडनी ओपेरा हाउस से आतिशबाजी देखने को मिलेगी। समारोह शुरू होने से कुछ घंटे पहले, आस्ट्रेलियाई स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि संक्रमण के 32,000 नये मामले सामने आए हैं। उधर, दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में नववर्ष की पूर्व संध्या पर मनाया जाने वाला समारोह लगातार दूसरे वर्ष रद्द कर दिया गया है। दक्षिण कोरिया ने शुक्रवार को कहा कि वह और दो हफ्तों के लिए सामाजिक दूरी के कठोर नियमों को जारी रखेगा. उत्तर कोरिया में आतिशबाजी कर 2022 का स्वागत किया गया।
भारत में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई समेत देश के कई शहरों में लोग कोरोना काल की सावधानियों के बीच नए साल का जश्न मनाते नजर आए। नववर्ष की पूर्व संध्या पर लोग मास्क पहने मंदिरों और मठों में उमड़ें । ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच प्रशासन ने लोगों को रेस्तरां, होटल, बीच और बार से दूर रखने के लिए पाबंदियां लगाई हुई हैं हालांकि, गोवा और हैदराबाद में नाइट कर्फ्यू नहीं लगाया गया है, लेकिन अन्य पाबंदियां लागू रहेंगी।
थाइलैंड में आतिशबाजी के साथ नए साल का स्वागत किया गया। नए साल के जश्न के दौरान चाओ फ्राया नदी पर आतिशबाजी का नजारा देखते ही बना। फिजी 300 से अधिक द्वीपों का एक द्वीपसमूह है। भारत और फिजी के समय में 6.30 घंटे का फर्क है। इस कारण यहां के लोगों पहले नए साल का स्वागत किया। भारत और जापान के बीच 3.30 घंटे का अंतर है। इस कारण टोक्यों में नई दिल्ली से पहले नए साल का जश्न मनाया गया ।