Edited By Tanuja,Updated: 14 Jun, 2021 02:58 PM
हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की दूसरी बरसी पर शनिवार को दुनिया भर के कई शहरों में प्रदर्शन किए गए। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया ...
बैंकॉक: हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की दूसरी बरसी पर शनिवार को दुनिया भर के कई शहरों में प्रदर्शन किए गए। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया।12 जून 2019 से शुरू हुए इस आंदोलन के बाद कई लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है और जेल की सजा सुनाई गई है। अमेरिका की आवाज (VOA) की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल जून से बीजिंग पर लगाए गए व्यापक राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का इस्तेमाल राजनीतिक विरोध और सरकार विरोधी प्रदर्शनों को दबाने के लिए किया जा रहा है। इस कानून ने नाटकीय रूप से अर्ध-स्वायत्त शहर हांगकांग पर चीन की पकड़ को मजबूत किया है ।
आंदोलन की दूसरी बरसी पर 20 देशों के लगभग 50 शहरों में फैले हांगकांग आंदोलन के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने चीन के खिलाफ इस अभियान में भाग लिया। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में विरोध प्रदर्शन हुए। इसके अतिरिक्त COVID-19 प्रतिबंधों के कारण बैंकॉक और ताइपे जैसे शहरों में वर्चुअल कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
शनिवार को शहर से भागे हांगकांग के पूर्व विधायक टेड हुई ने कहा कि ये रैलियां चीन के लिए एक “कड़ा संदेश” कि हांगकांग के लोगों ने “हार नहीं मानी है।”पूर्व विधायक ने प्रदर्शनकारियों को हांगकांग की पहचान को बनाए रखने के लिए कदम आगे बढ़ाने, उत्साह बनाए रखने और आंदोलन को लंबा और टिकाऊ बनाने के लिए कहा। हॉन्ग कॉन्ग के राजनीतिक और डिजिटल अधिकार कार्यकर्ता ग्लेशियर चुंग चिंग क्वांग, जो स्व-निर्वासन में भी हैं, ने जर्मनी के बर्लिन में सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2 साल में मैंने जिन लोगों के साथ काम किया है वे या तो जेल में हैं या निर्वासन में हैं ।
उन्होंने कहा कि “हम सभी दुखी और गुस्से में हैं, लेकिन सतर्क भी हैं कि इस कठिन और चुनौतीपूर्ण परीक्षा को एक ऐसी ताकत न बनने दें जो हमारी सोच को सीमित कर दे और आंदोलन या स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए लड़ने के कारण को कमजोर कर दे।” इस दौरान गोथेनबर्ग, स्वीडन में, प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक बैनर लैम्पपोस्ट पर पोस्टर लगाए । इस बीच हांगकांग विरोधी प्रदर्शनों की बरसी मनाने के लिए प्रदर्शन कर रहे चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया ।