Edited By rajesh kumar,Updated: 16 Jan, 2020 03:47 PM
कश्मीर घाटी में पिछले 72 घंटों में हिमस्खलन के कारण सेना के छह जवानों और पांच नागरिकों की मौत के बाद प्रशासन ने हिमस्खलन की ताजा चेतावनी जारी की है। बफर्बारी के कारण घाटी में 100 घरों और अन्य संरचनाओं को काफी नुकसान पहुंचा है जबकि कई जलापूर्ति...
श्रीनगर: कश्मीर घाटी में पिछले 72 घंटों में हिमस्खलन के कारण सेना के छह जवानों और पांच नागरिकों की मौत के बाद प्रशासन ने हिमस्खलन की ताजा चेतावनी जारी की है। बफर्बारी के कारण घाटी में 100 घरों और अन्य संरचनाओं को काफी नुकसान पहुंचा है जबकि कई जलापूर्ति योजनाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। अधिकारियों ने कहा कि बहुत अधिक बफर्बारी को देखते हुुए जिला प्रशासन ने अगले 24 घंटों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।
इसमें लोगों को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हिमस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में जाने के मना किया गया है। आपातकालीन स्थिति में अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि लोग मदद के लिए स्थानीय प्रशासन से संपकर् कर सकते हैं। इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में हिमस्खलन के कारण 30 घरों और अन्य संरचनाओं को नुकसान पहुंचा है। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी के गोलन में बफर्बारी के कारण 20 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, हालंकि पर्यटक सुरक्षित यहां से निकलने में कामयाब रहे हैं।
घाटी में पिछले 24 घंटों में 10 घर और अन्य आधारभूत संरचनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। इस बीच सड़कों और अन्य रास्तों पर जमा बफर् के हटाने का काम जारी है। बफर् जमने के कारण कृष्णा गंगा परियोजना भी प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा हमने विद्युत परियोजना के लिए जलापूर्ति रोक दी है और बफर् हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। भारी हिमपात के कारण प्रभावित हुई जलापूर्ति को दोबारा चालू करने का काम जोरों से चल रहा है और दक्षिण कश्मीर के शोपियां और बडगाम जिले में हिमस्खलन के कारण जलापूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है।