Edited By ,Updated: 24 Jul, 2016 03:55 PM
जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शनों औ...
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शनों और हिंसा की घटनाओं के बाद श्रीनगर के बाहरी इलाकों, सिविल लाइंस, पुराने इलाके और शहर-ए-खास में लगाया गया कर्फ्यू आज 16वें दिन भी जारी है। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के शहर-ए-खास, शहर के पुराने इलाकों, सिविल लाइंस और कुछ बाहरी इलाकों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू के कारण सामान्य जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि कश्मीर घाटी में कर्फ्यू जारी है। अलगाववादी संगठनों ने अपनी हड़ताल 25 जुलाई तक बढ़ा दी है।
उन्होंने कहा कि कल कश्मीर में पथराव की घटनाओं और अलगाववादियों के प्रदर्शन के आह्वान के मद्देनजर कर्फ्यू को एहतियातन तौर पर बढ़ा दिया गया है। वहीं उत्तरी और दक्षिणी कश्मीर के सभी प्रमुख शहरों और तहसील मुख्यालयों के साथ ही श्रीनगर में कर्फ्यू की सभी पाबंदिया पहले की तरह ही हैं। दक्षिण कश्मीर का अनंतनाग हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित है। कश्मीर घाटी में नौ जुलाई से इंटरनेट और मोबाइल सेवा भी बंद हैं।
श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में पिछले दो शुक्रवार से नमाज नहीं पढ़ी जा सकी है। कर्फ्यू के कारण जामा मस्जिद की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। एक संवाददाता ने कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। संवाददाता के अनुसार सड़क पर प्रत्येक दस फुट की दूरी सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और वे लोगों को अपने घरों में रहने के निर्देश दे रहे हैं। नल्लाहमार सड़क के दोनों ओर रहने वाले लोगों ने बताया कि चावल, आटा, चीनी, रसोई गैस और मिट्टी के तेल जैसी आवश्यक वस्तुओं की किल्लत हो रही है।