Edited By rajesh kumar,Updated: 05 Feb, 2020 05:31 PM
साल 1990 दशक में हुए कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर बनाई गई फिल्म शिकारा का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। कश्मीर के तीन लोगों ने फिल्म पर रोक लगाने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है।
श्रीनगर: साल 1990 दशक में हुए कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर बनाई गई फिल्म शिकारा का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। कश्मीर के तीन लोगों ने फिल्म पर रोक लगाने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है।
एडवोकेट इरफान हाफिज लोन, माजिद हैदरी, इफ्तिखार मिसगर ने फिल्म की रोक को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने अपनी याचिका में दावा किया है कि फिल्म में जिस प्रकार से कश्मीरी पंडितों और कश्मीरी मुस्लिमों को दिखाया गया है, उससे पूरे देश में सांप्रदायिक माहौल खराब हो सकता है। ऐसे में इस फिल्म पर रोक लगाई जाए। विधु विनोद चोपड़ा की इस फिल्म को लेकर कश्मीरी युवकों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से वहां हालात न बिगड़े इसके लिए प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदियां सहित कई प्रयास किए । वहीं इस समय एनआरसी व सीएए को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है। अब इस समय फिल्म के रिलीज से माहौल खराब हो सकता है।
दरअसल विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म शिकारा घाटी से पलायन के लिए मजबूर हुए कश्मीरी पंडितों पर आधारित है। फिल्म की कहानी कश्मीर में रहने वाले प्रेमी जोड़े पर आधारित है। लेकिन फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के साथ ही विरोध शुरू हो गया है, इस फिल्म में आदिल खान और सादिया मुख्य किरदार में नजर आने वाले हैं। फिल्म के विवादों के चलते वह भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।