Edited By kirti,Updated: 15 May, 2018 03:05 PM
कश्मीर के गांदरबल जिले के तुलमुला गांव में माता खीर भवानी का मंदिर है जो कश्मीरी पंडितों की आस्था का केंद्र है। हर साल जून में शुक्ल पक्ष की ज्येष्ठ अष्टमी पर यहां मेला लगता है। इस मंदिर की एक खास बात यह है कि देश में बड़ी विपदा आने से पहले इस मंदिर...
जम्मू : कश्मीर के गांदरबल जिले के तुलमुला गांव में माता खीर भवानी का मंदिर है जो कश्मीरी पंडितों की आस्था का केंद्र है। हर साल जून में शुक्ल पक्ष की ज्येष्ठ अष्टमी पर यहां मेला लगता है। इस मंदिर की एक खास बात यह है कि देश में बड़ी विपदा आने से पहले इस मंदिर के कुंड का पानी काला हो जाता है। माता खीर भवानी के दर्शन के लिए आने वाले कश्मीरी पंडितों के पंजीकरण संबंधी आदेश से उटे बवाल के बाद सरकार ने डिप्टी कमिश्नर रिलीफ (माइग्रेंट्स) को अटैच कर दिया है। साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं आपदा प्रबंधन, राहत एवं पुनर्वास मंत्री जावेद मुस्तफा मीर ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर रिलीफ (माइग्रेंट्स) की ओर से जारी नोटिस की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। जांच समिति विभाग के कमिश्नर सेक्रेटरी के नेतृत्व में काम करेगी। पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। बिना किसी प्रशासनिक अनुमोदन के नोटिस जारी किए जाने का गंभीर संज्ञान लेते हुए डिप्टी कमिश्नर रिलीफ (माइग्रेंट्स) कुलदीप कृष्ण सिद्धा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडित स्टेट सब्जेक्ट हैं और खीर भवानी मेला या कोई भी धर्मस्थल पर जाने के लिए उन्हें किसी की इजाजत लेने की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि नोटिस से गलत संदेश गया है। यह अधिकारी के स्तर पर चूक है न कि जानबूझकर किया गया प्रयास। इतना ही नहीं क्षीर भवानी मेले की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।