Edited By ,Updated: 10 May, 2016 11:36 AM
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर विश्वविद्यालय (केयू) में एक दुर्लभ खगोलीय घटना ‘बुध का पारगमन’ देखी।
शिक्षा मंत्री, नईम अख्तर और केयू के उप कुलपति प्रो खुर्शीद इकबाल अंद्राबी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
जम्मू कश्मीर : मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर विश्वविद्यालय (केयू) में एक दुर्लभ खगोलीय घटना ‘बुध का पारगमन’ देखी।
शिक्षा मंत्री, नईम अख्तर और केयू के उप कुलपति प्रो खुर्शीद इकबाल अंद्राबी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
भारतीय एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के अध्यक्ष प्रो अजीत केमभारी ने मुख्यमंत्री को दुर्लभ खगोलीय घटना के विषय में समझाया, जिसके लिए यह आवश्यकता है कि सूर्य, बुध और पृथ्वी में लगभग सही संरेखण होना चाहिए और यह प्रति सदी सिर्फ करीबन एक दर्जन बार होता है तथा अगली बार यह घटना 2032 में घटित होगी।
मुख्यमंत्री को अन्वेशण की संस्कृति को लोकप्रिय बनाने तथा इच्छुक छात्रों के बीच वैज्ञानिक सोच पैदा करने के लिए कश्मीर विश्वविद्यालय में खगोल भौतिकी के एक केंद्र स्थापित करने की जरूरत के बारे में जानकारी दी गई।
शिक्षा मंत्री ने स्नातक स्तर पर एक विषय के रूप में खगोल भौतिकी शुरू करने का प्रस्ताव रखा।
उप कुलपति ने एक विषय के रूप में खगोल विज्ञान को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए कश्मीर में एक वेधशाला की स्थापना के लिए की जरूरत को रेखांकित किया।
बादल छाने की वजह से, मुख्यमंत्री ने लाइव प्रसारण के माध्यम से घटना को देखा। उन्होंने इस अवसर पर छात्राओं के एक समूह को एक दूरबीन भेंट।
निदेशक भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान प्रो कुमार, सचिव एएसआई प्रो डी बनर्जी, उपायुक्त फारूक अहमद लोन और निदेशक, स्कूल शिक्षा, शाह फैसल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।ॉ