Edited By Anil dev,Updated: 24 Sep, 2020 06:19 PM
केंद्र की तरफ केंद्र शासित प्रदेश में विकास की पहल की लम्बी सूची के अधीन कश्मीर का पहला न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग (NAT -PCR) सुविधा केंद्र यहां के गवर्नमैंट मैडीकल कालेज (जी.ऐम्म.सी.) में है। जी.ऐम्म.सी. में सेहत और मैडीकल शिक्षा विभाग के वित्तीय...
श्रीनगर: केंद्र की तरफ केंद्र शासित प्रदेश में विकास की पहल की लम्बी सूची के अधीन कश्मीर का पहला न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग (NAT -PCR) सुविधा केंद्र यहां के गवर्नमैंट मैडीकल कालेज (जी.ऐम्म.सी.) में है। जी.ऐम्म.सी. में सेहत और मैडीकल शिक्षा विभाग के वित्तीय कमिशनर अटल दुलुयो ने राष्ट्रीय सेहत मिशन के अधीन वित्त पोषित सुरक्षित गुणवत्ता वाले ख़ून संचार के लिए अगस्त में इस सुविधा का उद्घाटन किया।
एसोसिएट प्रोफ़ैसर और ऐन्न.ए.टी. -पी.सी.आर. की इंचार्ज डा. शाजिया अनुसार, ख़ून संचार सुविधा ऐच्च.आई.वी., हेपेटाइटिस् बीज और हेपेटाइटिस् थी जैसे इनफैकशनों का जल्द पता लगाने में मदद करेगी। इस तकनीक के होने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि प्रीखण और नतीजे प्राप्त करन दरमियान ज़्यादा समय नहीं लगता। ऐच्च.आई.वी. प्रीखण जो पहले ही सुविधा के साथ 21 दिन लेता था, अब सिर्फ़ 2.93 दिन लगेंगे।
शाजिया ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि हेपेटाइटिस् बीज में पहले 40 दिन लगते थे और अब सिर्फ़ 10 दिन लगते हैं और हेपेटाइटिस् था में 60 दिन लगते थे और अब सिर्फ़ 10 दिन लगते हैं और हेपेटाइटिस् था में 60 दिन लगते थे, अब सिर्फ़ 1.34 दिन लगते हैं। उन्होंने कहा कि देश में बहुत कम सरकारी अस्पताल और कालेज हैं, जो इस तरह की तकनीक की पेशकश करते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय प्रीखण सहूलतों में तय दिशा -निर्देशों का पालन करते हैं। हमें यहां जी.ऐम्म.सी. में कश्मीर में यह सुविधा मिलने की बहुत ख़ुशी है।