Edited By rajesh kumar,Updated: 25 Feb, 2020 07:32 PM
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के 6 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जम्मू-कश्मीर को जल्द ही एक नया दल मिलने जा रहा है जिसमें कांग्रेस, नैशनल कांफ्रेंस (एनसी) और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बागी...
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के 6 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जम्मू-कश्मीर को जल्द ही एक नया दल मिलने जा रहा है जिसमें कांग्रेस, नैशनल कांफ्रेंस (एनसी) और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बागी शामिल होंगे। बात दें कि अभी बीते दिन पहले ही पंचायत चुनाव स्थगित कर दिए गए थे।
बता दें कि नए दल में पीडीपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग और पूर्व वित्त मंत्री अलताफ बुखारी के अलावा तीन दलों के कई बागी नेता शामिल होंगे। रविवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक उस्मान मजीद ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बांदीपोरा में रैली की। खबर की मानें तो उस्मान भी इस दल का हिस्सा हैं। उस्मान ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस आने वाले दिनों में नए संगठन का ऐलान कर सकते हैं। यह दल जम्मू कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा औऱ पंचायत चुनाव को तत्काल रुप से करवाने की मांग करेगा।
मजीद ने कहा ने आज कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और आने वाले दिनों में एक क्षेत्रीय दल के गठन का ऐलान करेंगे। दल में वरिष्ठ नेता मुजफ्फर बेग और अलताफ बुखारी भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली राजनीतिक रैली आयोजित हुई जिसमें 600 से अधिक समर्थक शामिल हुए। उन्होंने कहा कि लोग अब कश्मीर में राजनीतिक गति चाहते हैं।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और इनकी पार्टी के दूसरे नेताओं को पीसीए के तहत गिरफ्तार किया गया है। सरकार को डर है कि अगर इन नेताओं को छोड़ा जाता है जो ये घाटी में बड़े विरोध प्रदर्शन को उकसा सकते हैं जिससे घाटी में माहौल बिगड़ सकता है।