Edited By rajesh kumar,Updated: 20 Feb, 2020 02:59 PM
लंबित वेतन और नियमित करने की मांग को लेकर पी.एच.ई. के अस्थाई कर्मियों ने हड़ताल को 72 घंटों के लिए बढ़ा दिया है। आज पीएचई इम्प्लायज यूनाइटिड फ्रंट के नेतृत्व में 5 जिलों के पी.एच.ई. कर्मियों ने राजभवन की ओर कूच किया। लेकिन केसी चौक से पहले ही वहां...
जम्मू(सतीश): लंबित वेतन और नियमित करने की मांग को लेकर पी.एच.ई. के अस्थाई कर्मियों ने हड़ताल को 72 घंटों के लिए बढ़ा दिया है। आज पीएचई इम्प्लायज यूनाइटिड फ्रंट के नेतृत्व में 5 जिलों के पी.एच.ई. कर्मियों ने राजभवन की ओर कूच किया। लेकिन केसी चौक से पहले ही वहां तैनात पुलिस के जवानों ने बेरीकेट और कंटीले तार लगाकर रैली को आगे जाने से रोका। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़ना शुरू किया इस बीच पुलिस ने बल का प्रयोग किया। इसमें फ्रंट के सदस्य तनवीर हुसैन को मामूली चोट आई, जबकि एक अन्य बेहोश हो गया।
10 जिलों के PHE कर्मी करेंगे जम्मू में बड़ा आंदोलन
वहीं प्रदर्शनकारी कर्मियों को सम्बोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि आज केवल 5 जिलों के कर्मियों ने अपनी ताकत दिखाई है और पुलिस ने राजभवन की ओर कूच नहीं करने दिया, लेकिन अगर शीघ्र उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में संभाग के 10 जिलों से पी.एच.ई. कर्मी जम्मू में एक बड़ा आंदोलन करेंगे, फिर चाहे लाठीचार्ज हो या गोली चले। पी.एच.ई. कर्मी बिना मांगों को मनवाए अब पीछे नहीं हटेंगे, क्योंकि कर्मियों को गत 65 माह से वेतन नहीं मिला है और न ही नियमित करने के लिए कोई उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
72 घंटे और काम छोड़ हड़ताल बढ़ाने का ऐलान
प्रदर्शनकारियों को बख्शी सिंह, तनवीर हुसैन, सुभाष वर्मा, भानू प्रताप सिंह, बलभद्र राज, होशियार सिंह, मितुल शर्मा, ज्योति कुमार, दीपक गुप्ता, पवन कुमार, राकेश कुमार, रवि हंस, बंटी, मोहन, मंजूर अली, नवदीप सिंह, कुलवंत सिंह ने भी सम्बोधित किया। कर्मियों ने सड़क जाम कर करीब 3 घंटे तक प्रदर्शन किया। इस दौरान सड़कों पर भारी जाम लगा और ट्रैफिक अव्यवस्था चारों ओर दिखाई दी। कर्मी राजभवन जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने बैरीकेड्स लगा कर उन्हें आगे नहीं बढ़ऩे दिया। कर्मियों ने सड़क जाम कर धरना प्रदर्शन आरंभ कर दिया। प्रशासन को चेतावनी देते हुए नेताओं ने कहा कि कर्मियों को पुलिस का रौब न दिखाया जाए क्योंकि कर्मी अपने हकों के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार की कार्रवाई को देखते हुए नेताओं ने 72 घंटे और काम छोड़ हड़ताल बढ़ाने का ऐलान किया है।