Edited By ,Updated: 27 Aug, 2016 03:18 PM
कश्मीर में अशांति से घाटी की अर्थव्यवस्था को 6400 करोड़ रुपए का भारी-भरकम नुकसान हुआ है ।
श्रीनगर: कश्मीर में अशांति से घाटी की अर्थव्यवस्था को 6400 करोड़ रुपए का भारी-भरकम नुकसान हुआ है । जबकि कफ्र्यू और अलगावादियों द्वारा बुलायी गई हड़ताल के कारण कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के आठ जुलाई को मारे जाने के बाद कश्मीर में भडक़े विरोध के मद्देनजर पिछले 49 दिनों में कश्मीर में पर्यटन और अन्य कारोबारी गतिविधियां ठप्प हो गई।
प्रदर्शकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष के कारण राज्य में 72 लोग मारे जा चुके हैं और हजारों अन्य घायल हो चुके हैं। दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान, निजी कार्यालय और पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं क्योंकि अलगाववादी समूहों ने वानी के मारे जाने के बाद भडक़ी हिंसा में नागरिक विरोध के बाद पूर्ण हड़ताल का आह्वान किया है।
कश्मीर कारोबारी एवं विनिर्माता परिसंघ (केटीएमएफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन खान ने यहां कहा कि कश्मीर को रोजाना करीब 135 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है और अब तक 6400 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है। कश्मीर में जारी हिंसा के कारण जम्म के व्यापारियों को भी नुकसान हुआ है। उन्हें भी करोड़ों की चपत लगी है।