Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Jul, 2019 10:06 AM
इस वर्ष 1 जुलाई से शुरू हुई यात्रा 15 अगस्त श्रावण पूर्णिमा के दिन तक जारी रहेगी। यात्रा के 24वें दिन के बाद अब श्रद्धालुओं की संख्या कम होने लगी है। इसके चलते जम्मू के करंट रजिस्ट्रेशन सैंटरों और टोकन सैंटरों में भी
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इस वर्ष 1 जुलाई से शुरू हुई यात्रा 15 अगस्त श्रावण पूर्णिमा के दिन तक जारी रहेगी। यात्रा के 24वें दिन के बाद अब श्रद्धालुओं की संख्या कम होने लगी है। इसके चलते जम्मू के करंट रजिस्ट्रेशन सैंटरों और टोकन सैंटरों में भी रश कम होने लगा है। 24 दिन तक चली यात्रा के बाद अब लगभग 2-3 हजार के बीच श्रद्धालुओं की संख्या सीमित हो गई है। भक्तों की संख्या कम होने से पंजीकरण के लिए तैनात प्रशासनिक अधिकारियों को यात्रा परमिट जारी करने में किसी दबाव का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
यात्री निवास में यात्रियों का जमावड़ा
पंजीकरण करवाने के बाद बेस कैम्प यात्री निवास में पहुंचने के बाद यात्रियों का जमावड़ा लगने लगा है। एक बार अंदर प्रवेश करने पर श्रद्धालुओं को बाहर नहीं जाने दिया जाता है। इसे लेकर कई श्रद्धालु अपना रोष जता चुके हैं। यात्रियों के अनुसार यात्री निवास से बाहर जरूरी सामान खरीदने के लिए जाने पर मनाही है जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है। कुछ यात्रियों ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से अमरनाथ यात्रा पर आ रहे हैं। पहले यात्री निवास के भीतर कैंटीन में साबुन, तौलिया, टूथपेस्ट आदि जरूरी सामान मिल जाता था, परंतु अब कैंटीन में सिर्फ पानी की बोतल और कुछ खाने-पीने का स्नैक्स ही मिलता है। लोगों ने यात्री निवास के बाहर जाने के लिए गेट पास जारी करने की मांग उठाई है।