Edited By rajesh kumar,Updated: 22 Oct, 2019 02:41 PM
कश्मीर के स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने लगी है। अब स्कूलों में 20 फीसदी बच्चे पढ़ाई के लिए आ रहे हैं। वहीं जम्मू संभाग के स्कूलों में बच्चों की संख्या शत-प्रतिशत है। जम्मू-कश्मीर के किसी भी भाग में लोगों के आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं...
श्रीनगर: कश्मीर के स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने लगी है। अब स्कूलों में 20 फीसदी बच्चे पढ़ाई के लिए आ रहे हैं। वहीं जम्मू संभाग के स्कूलों में बच्चों की संख्या शत-प्रतिशत है। जम्मू-कश्मीर के किसी भी भाग में लोगों के आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। कश्मीर में सभी 1,02,069 लैंडलाइन फोन बहाल कर दिए गए हैं। लगभग 84 फीसदी मोबाइल फोन भी चल रहे हैं। कश्मीर में लैंडलाइन फोन को 2 महीने पहले ही बहाल करना शुरू कर दिया गया था, जबकि पोस्टपेड मोबाइल फोन 14 अक्तूबर को ही बहाल किए गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार कश्मीर में हालातो में तेजी से सुधार हो रहा है। इसके बाद ही 20 फीसद से अधिक बच्चे स्कूलों में आना शुरु हुए हैं। इनकी संख्या बढ़ रही है। कश्मीर के स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी 86.3फीसदी है। जम्मू संभाग में हाजिरी शत-प्रतिशत है। स्कूलों में पढ़ाई हो रही है, जो कुल स्कूलों का 98 फीसदी है। स्टेट बोर्ड स्कूलों में परीक्षा की तिथि पहले ही घोषित हो चुकी है।
202 थानों के अंतर्गत क्षेत्रों में कोई पांबदी नहीं
अधिकारियों के अनुसार 202 थानों के अंतर्गत क्षेत्रों में कोई पांबदी नहीं है। जम्मू-कश्मीर के सभी 130 प्रमुख अस्पतालों और 4359 अन्य स्वास्थ्य़ संस्थानों में भी काम हो रहा है। हर दिन औसतन 500 सर्जरी हो रही हैं। 65,000 मरीज ओ.पी.डो. में अपनी जांच करवा रहे हैं। कश्मीर में रविवार को सजने वाले बाजार में लोगों की भीड़ में जनजीवन प्रभावित रहा।
श्रीनगर के टी.आर. सी. चौक बटमालू में रविवार को सूबह से ही कई रेहडियां सजी हुई थीं। कश्मीर में यह संडे बाजार के नाम से मशहूर है। यहां पर बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने के लिए आते हैं। जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बाद 5 अगस्त से करीब एक महीने तक संडे बाजार प्रभावित हुआ, लेकिन अब फिर पहले की तरह ही यह बाजार सजने लगा है। लोग खरीदारी करने के लिए उमड़ रहे हैं।