Edited By ,Updated: 03 Oct, 2016 03:35 PM
भारत और पाकिस्तान की सीमाओं पर तनाव का सबसे ज्यादा असर सीमांत गांववासियों को होता है।
जम्मू: भारत और पाकिस्तान की सीमाओं पर तनाव का सबसे ज्यादा असर सीमांत गांववासियों को होता है। कभी उन्हें गांवों को खाली करके जाना पड़ता है तो कभी उनकी सालभर की कमाई का साधन फसलें खराब हो जाती हैं। कठुआ के हीरानगर के किसानों का कहना है कि इस समय उनकी फसलें काटने का समय है। खेतों में खरीफ की फसल कटने को तैयार है।
एक स्थानीय किसान बलविन्द्र सिंह के अनुसार,‘हमारी स्थिति बहुत खराब है। परिवार को सुरिक्षत स्थान पर भेज दिया है। लेकिन अब चिंता फसल की सता रही है। यह हमारी सालभर की कमाई है।’
सीमाओं पर जो तनाव है उससे किसान भी परेशान है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि फसलों के समय पर उन्हें इस तरह का तनाव झेलना पड़ रहा हो। आए दिन पाक द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जाता है। फसलों के लगाने और काटने के दौरान किसान सबसे ज्यादा चिंतत रहता है।
लोगों का कहना है कि अगर फसलों का नुकसान होता है तो सरकार की तरफ से उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। नुकसान उनका होगा। एक किसान ने कहा, हम चाहते हैं कि शांति ही रहे।