Edited By Deepika Rajput,Updated: 07 Jul, 2018 03:55 PM
झारखंड के शिकारीपाड़ा के फुलपहाड़ी गांव में ईसाई धर्म का प्रचार करने पहुंची 25 सदस्यीय टीम को बंधक बना लिया गया था, जिसे पुलिस ने मुक्त कराया। इन धर्म प्रचारकों को फुलपहाड़ी गांव के लोगों ने गुरुवार रातभर बंधक बनाकर रखा।
रांची: झारखंड के शिकारीपाड़ा के फुलपहाड़ी गांव में ईसाई धर्म का प्रचार करने पहुंची 25 सदस्यीय टीम को बंधक बना लिया गया था, जिसे पुलिस ने मुक्त कराया। इन धर्म प्रचारकों को फुलपहाड़ी गांव के लोगों ने गुरुवार रातभर बंधक बनाकर रखा। शुक्रवार सुबह पुलिस ने ग्रामीणों के कब्जे से इन्हें मुक्त कराकर हिरासत में ले लिया। इन पर आरोप है कि ये लोग जबरन धर्मांतरण की कोशिश कर रहे थे।
फुलपहाड़ी गांव के प्रधान रमेश हेम्ब्रम ने ईसाई धर्म प्रचारकों पर कानूनी कार्रवाई के लिए शिकारीपाड़ा थाने में लिखित बयान दिया है। शिकायत में कहा है कि प्रचारकों ने मना करने के बाद भी न केवल ईसाई धर्म का प्रचार किया, बल्कि गांव के जाहेर थान और मांझी थान के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी भी की। इन स्थलों की पूजा छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने को कहा। यह प्रलोभन भी दिया कि हम आप लोगों को सारी सुविधाएं देंगे। पहले भी ये लोग गांव में धर्मांतरण की कोशिश कर चुके हैं। धर्म प्रचारकों को मुक्त कराकर पुलिस हिरासत में रखा गया गया है।
दुमका के एसपी किशोर कौशल ने मामले की जांच के लिए डीएसपी को शिकारीपाड़ा भेजा है। बताया कि जबरन धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत मिली है। मामला सही पाया गया तो एफाईआर दर्ज कराई जाएगी।