Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Sep, 2021 08:19 AM
10 सितंबर शुक्रवार से दस दिवसीय गणेशोत्सव का शुभारंभ हो रहा है। वैसे तो प्रथम पूज्य गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना सदैव शुभ फलदाई है लेकिन इन दस दिनों में किया गया पूजन अत्यधिक पुण्यदायी होता है।
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Ganesh Utsav 2021: 10 सितंबर शुक्रवार से दस दिवसीय गणेशोत्सव का शुभारंभ हो रहा है। वैसे तो प्रथम पूज्य गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना सदैव शुभ फलदाई है लेकिन इन दस दिनों में किया गया पूजन अत्यधिक पुण्यदायी होता है। साल भर में पड़ने वाली चतुर्थीयों में इस दिन मनाई जाने वाली चतुर्थी को सबसे बड़ी चतुर्थी माना जाता है। वैसे तो साल भर में पड़ने वाली किसी भी चतुर्थी को गणपति जी का पूजन और उपासना करने से घर में सम्पन्नता, समृद्धि, सौभाग्य और धन का समावेश होता है मगर शास्त्रों में आज की चतुर्थी के दिन किए गए व्रत और पूजन का विशेष महत्व बतलाया गया है। तो आईए जानें कैसे करें गणेश चतुर्थी पूजन :-
गणेश चतुर्थी के दिन ब्रह्म मूहर्त में उठकर स्नान आदि से शुद्ध होकर शुद्ध कपड़े पहनें। आज के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनना अति शुभ होता है।
गणपति का पूजन शुद्ध आसन पर बैठकर अपना मुख पूर्व अथवा उत्तर दिशा की तरफ करके करें।
पंचामृत से श्री गणेश को स्नान कराएं तत्पश्चात केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा अर्पित कर कपूर जलाकर उनकी पूजा और आरती करें। उनको मोदक के लड्डू अर्पित करें। उन्हें रक्तवर्ण के पुष्प विशेष प्रिय हैं।
श्री गणेश जी का श्री स्वरूप ईशाण कोण में स्थापित करें और उनका श्री मुख पश्चिम की ओर रहे।
अब कच्चे धागे पर सात गांठ लगा कर उसे बप्पा के चरणों में रख दें, विसर्जन से पूर्व उस धागे को अपने पर्स में रख लें तो खूब टिकेगा पैसा। कभी धन-धान्य के भंडार में कोई कमी नहीं आएगी।