Edited By PTI News Agency,Updated: 06 Apr, 2020 08:07 PM
बेंगलुरु, छह अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी पाबंदियों के कारण भारत के मेला-प्रदर्शनी उद्योग को करीब 3,570 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।
बेंगलुरु, छह अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी पाबंदियों के कारण भारत के मेला-प्रदर्शनी उद्योग को करीब 3,570 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।
देश में प्रदर्शनी और व्यापार मेलों से संबंधित शीर्ष संस्था भारतीय प्रदर्शनी उद्योग संघ (आईईआईए) ने कहा कि कोविड-19 संकट के कारण क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है और संस्था ने सरकार से तुरंत हस्तक्षेप करने तथा उद्योग के लिए आर्थिक सहायता पैकेज देने का आग्रह किया।
आईईआईए ने एक बयान में कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद देश में प्रदर्शनी और व्यापार मेला उद्योग पर अप्रत्याशित असर हुआ है और कई वैश्विक तथा राष्ट्रीय कार्यक्रमों को टाल दिया गया है या रद्द कर दिया गया है।’’
आईईआईए के अध्यक्ष एस बालासुब्रमण्यम ने कहा, ‘‘पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के कारण 90 से अधिक कार्यक्रम स्थगित या रद्द होने की सूचना मिली है... जिसके परिणामस्वरूप पूरे उद्योग को 3,570 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।’’ उन्होंने कहा कि अगर महामारी आगे बढ़ी, तो नुकसान भी और बढ़ेगा।
आईईआईए के मुताबिक भारतीय प्रदर्शनी उद्योग के तहत हर साल 550 से अधिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं और उद्योग का कुल आकार 23,800 करोड़ रुपये है।
बयान में बताया गया कि इस उद्योग के जरिए तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक के व्यापारिक लेनदेन होते हैं और यह करीब 1.20 लाख लोगों को रोजगार देता है।
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) ने हाल ही में दिल्ली में अपने एक आयोजन को रद्द कर दिया था।
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