सिद्धरमैया के जन्मदिन को लेकर कर्नाटक कांग्रेस के अंदर खींचतान

Edited By PTI News Agency,Updated: 14 Jul, 2022 08:12 PM

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बेंगलुरु, 14 जुलाई (भाषा) कर्नाटक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया के 75वें जन्मदिन मनाने वाले और उनका विरोध करने वालों के बीच खींचतान प्रतीत हो रही है। विरोधी उनके जन्मदिन के आयोजन को ‘‘व्यक्तित्व पूजा’’ की संज्ञा दे रहे हैं। वहीं,...

बेंगलुरु, 14 जुलाई (भाषा) कर्नाटक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया के 75वें जन्मदिन मनाने वाले और उनका विरोध करने वालों के बीच खींचतान प्रतीत हो रही है। विरोधी उनके जन्मदिन के आयोजन को ‘‘व्यक्तित्व पूजा’’ की संज्ञा दे रहे हैं। वहीं, उनके जन्मदिन का कार्यक्रम आयोजित करने वाली समिति क अध्यक्ष एच. सी. महादेवप्पा ने कहा कि कोई भी आयोजक ‘‘ चापलूस’’ नहीं हैं।
पूर्व मंत्री ने स्पष्ट किया कि जन्मदिन का जश्न कांग्रेस या पार्टी के चिह्न पर नहीं मनाया जा रहा है बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री के शुभचिंतक, मित्र, समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता मना रहे हैं।
सिद्धरमैया के समर्थकों और शुभचिंतकों ने, जिनमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शामिल हैं, तीन अगस्त को दावणगेरे में विशाल जनसभा आयोजित की है। माना जा रहा है कि यह वर्ष 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन होगा।

सिद्धरमैया उसी दिन 75 साल के हो रहे हैं।
इस बीच, कहा जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार सहित पार्टी के कई नेता इस आयोजन से खुश नहीं हैं और उनका मानना है कि यह आयोजन सिद्धरमैया को स्थापित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भी शामिल होने की संभावना है।
महादेवप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि क्या कहा जा रहा है, लेकिन जन्मदिन उत्सव को मनाने की जिम्मेदारी संभाल रही समिति (सिद्धरमैया 75 अमृत महोत्सव समिति) में, हम में से कोई भी चापलूस या व्यक्तित्व पूजक नहीं है। हम संविधान में विश्वास करते हैं और आंबेडकरवाद का अनुसरण करते हैं।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सभी को अच्छी तरह से पता है कि व्यक्तित्व पूजा और चापलूसी में शामिल होने पर तानशाही राजनीति का ही रास्ता प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्सव सिद्धरमैया का महिमामंडन के लिए आयोजित नहीं किया जा रहा है।’’ महादेवप्पा ने कांग्रेस विधायक दल के नेता को किसान, किसान कार्यकर्ता, समाजवादी, भाषा कार्यकर्ता, वित्तमंत्री के तौर पर अर्थशास्त्री और मुख्यमंत्री के तौर पर लोगों से किए गए वादों को पूरा करने वाला बताया।

एक दिन पहले ही, शिवकुमार के भाई और बेंगलुरु ग्रामीण सीट से लोकसभा सदस्य डी. के. सुरेश ने जन्मदिन उत्सव के दौरान व्यक्तित्व पूजा पर चिंता जतायी थी। सुरेश ने आगाह किया था कि विधानसभा चुनाव से पहले ‘‘गलत संदेश’’नहीं जाना चाहिए।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री परमेश्वर ने भी कहा था कि कांग्रेस पार्टी के नेता कश्मीर से कन्याकुमारी तक में हैं और उत्सव से पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता इंगित होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।’’
गौरतलब है कि पार्टी के सत्ता में आने पर शिवकुमार और सिद्धरमैया दोनों ही मुख्यमंत्री पद के आकांक्षी हैं।


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

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