Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 12:32 PM
शनिवार को विवादित दक्षिण चीन सागर में अमरीकी युद्धपोत घुसने पर चीन भड़क गयाहै। चीनी अधिकारियों ने चीन को आंखें दिखाते हुए कहा कि चीनी जलक्षेत्र में अमरीकी युद्धपोत के प्रवेश करने से पहले चीन से अनुमति लेनी चाहिए थी...
बीजिंगः शनिवार को विवादित दक्षिण चीन सागर में अमरीकी युद्धपोत घुसने पर चीन भड़क गयाहै। चीनी अधिकारियों ने चीन को आंखें दिखाते हुए कहा कि चीनी जलक्षेत्र में अमरीकी युद्धपोत के प्रवेश करने से पहले चीन से अनुमति लेनी चाहिए थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा कि अमरीका का नौसैनिक युद्धपोत हूपर 17 जनवरी को चीन की बगैर अनुमति के हुआंगन दाओ के 12 नॉटिकल मील के भीतर घुस आया था।
दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में एक बार फिर अपनी संप्रभुता कायम रखने की बात करते चीन ने कहा कि गत बुधवार को गाइडेड मिसाइलों से लैस अमरीकी युद्धपोत यूएसएस हॉपर दक्षिण चीन सागर स्थित चीनी द्वीप से महज 12 नॉटिकल मील दूर से गुजरा जबकि हॉपर ने चीनी सरकार से इस क्षेत्र में यात्रा करने के लिए कोई इजाजत नहीं ली थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने अमरीका को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए तुरंत अपनी गलती सुधारने को कहा है। उन्होंने कहा कि वह इस प्रकार के कदमों से बचे जो अमरीका-चीन संबंध और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को हानि पहुंचाते हों।
चीनी प्रवक्ता के अनुसार चीनी नौसेना ने अमरीकी युद्धपोत को द्वीप से दूर करने के लिए तुरंत चेतावनी प्रक्रिया शुरू कर दी थी। चीन के अनुसार अमरीकी जंगी जहाज ने चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को नुकसान पहुंचाया है। साथ ही इस क्षेत्र में कार्यरत चीनी जहाजों और कर्मियों की सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाला है। लू ने आगे कहा कि इस मामले में अमरीका की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी प्रोटोकॉल का भी पालन नही किया गया।
चीन अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुरूप दक्षिण चीन सागर में सभी देशों के लिए नेविगेशन की स्वतंत्रता का सम्मान करता है, लेकिन इसके नाम पर वह इस तरह की कार्रवाई का कड़ा विरोध करता है। चीन हुआंगयान द्वीप और इसके आस-पास के जल क्षेत्र पर अपना दावा ठोंकता रहा है।