Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jan, 2018 03:36 PM
पंजाब के बिजली उपभोक्ताओं को नए वित्तीय वर्ष में बिजली के बढ़ते दामों से चपत लग सकती है। क्योंकि आने वाले 3 सालों में उन्हें सस्ती बिजली मिलने के आसार नज़र नहीं आ रहे हैं। इसके विपरीत बिजली दरों को बढ़ाने की अपील की जा रही है।
चंडीगढ़ : पंजाब के बिजली उपभोक्ताओं को नए वित्तीय वर्ष में बिजली के बढ़ते दामों से चपत लग सकती है। क्योंकि आने वाले 3 सालों में उन्हें सस्ती बिजली मिलने के आसार नज़र नहीं आ रहे हैं। इसके विपरीत बिजली दरों को बढ़ाने की अपील की जा रही है। इसके लिए पावरकॉम के अधीन इकाइयों ने भारी घाटे, आगामी वर्षों के दौरान बढ़ रही बिजली की खपत और उसी की तर्ज पर बिजली सब्सिडी की राशि में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी (पी.एस.ई.आर.सी.) का दरवाज़ा खटखटाया है।
पंजाब स्टेट पावर कॉपरेशन लिमिटेड की ओर से दायर की गई पटीशन में साल 2018-19 के लिए प्रति यूनिट बिजली के दाम 17 फीसदी बढ़ाने की अपील की गई है। पी.एस.ई.आर.सी. द्वारा अगर इस मांग को शिकार कर लिया जाता है तो एक अप्रैल से बिजली के दाम और बढ़ जायेंगे।
फिलहाल पी.एस.ई.आर.सी. द्वारा इस मुद्दे पर विभिन्न तबकों से आपत्तियां मंगाई जा रही हैं। पी.एस.पी.सी.एल. का कहना है कि अलग-अलग श्रेणियों को दी जा रही सस्ती बिजली की एवज में राज्य सरकार को जो पैसा मिलना चाहिए, वह पिछली सरकार की समय से ही और राजस्व में अंतर 5339 करोड़ हो चुका है।