Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Nov, 2017 01:16 PM
सरकार द्वारा वैकल्पिक ऊर्जा या स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों पर जोर दिए जाने के उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि भारत मेंइलेक्ट्रिक वाहन बाजार के विस्तार में दोपहिया वाहनों की बड़ी भूमिका होगी। उनकी राय में भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मामले में...
नई दिल्लीः सरकार द्वारा वैकल्पिक ऊर्जा या स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों पर जोर दिए जाने के उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि भारत मेंइलेक्ट्रिक वाहन बाजार के विस्तार में दोपहिया वाहनों की बड़ी भूमिका होगी। उनकी राय में भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मामले में लोग सबसे पहले दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाएंगे क्योंकि यह दोपहिया वाहनों का दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है। उसके बाद ही ऐसे दूसरी तरह के इलेक्ट्रिक वाहनों की बारी आने की संभावना है।
कंपनियों को उम्मीद है कि अगले साल से इस खंड में कई नए ब्रांड व वाहन आएंगे। वाहन उद्योग के संगठन वल्र्ड ऑटो फोरम के संस्थापक अनुज गुगलानी का अनुमान है, ‘देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिहाज दोपहिया खंड सबसे आगे रह सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘कम लागत, सरलता व उपलब्धता के चलते बाजार इ?लेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को तेजी से अपना सकता है।’ गुगलानी कहा कि दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन काफी समय से विभिन्न देशों में इस्तेमाल में हैं और उन्हें काफी तेजी से अपनाया गया है जिसका बड़ा उदाहरण चीन है।
टवेंटी टु मोटर्स के मुख्य परिचालन अधिकारी विजय चंद्रावत के अनुसार आने वाले वर्षों में मुख्य रूप से दोपहिया व तिपहिया वाहन इलेक्ट्रिक होंगे। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा, ‘दोपहिया वाहन खंड इलेक्ट्रिक लहर के लिए परिपक्व हो चुका है और यह उपयोक्ताओं को पेट्रोलियम ईंधन पर चलने वाले वाहनों की तुलना में आॢथक रूप से फायदेमंद भी है।’