Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Nov, 2017 08:31 PM
परवेज मुशर्रफ के 23 दलों के ‘महागठबंधन’ अवामी इत्तेहाद की घोषणा के एक दिन बाद ही कई पार्टियों ने उससे अपने अलग कर लिया है। पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। ‘द न्यूज’ की खबर के मुताबिक गठबंधन की दो बड़ी पार्टियों...
इस्लामाबाद: परवेज मुशर्रफ के 23 दलों के ‘महागठबंधन’ अवामी इत्तेहाद की घोषणा के एक दिन बाद ही कई पार्टियों ने उससे अपने अलग कर लिया है। पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। ‘द न्यूज’ की खबर के मुताबिक गठबंधन की दो बड़ी पार्टियों पाकिस्तान अवामी तहरीक और मजलिस वहदत-ए-मुसलमीन ने मुशर्रफ की अगुवाई वाले गठबंधन का हिस्सा होने की रिपोर्ट से इनकार कर दिया।
दुबई से शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए 74 वर्षीय मुशर्रफ ने मीडियाकर्मियों से कहा था कि मुहाजिर समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली सभी पार्टियों के एकजुट होने की जरूरत है। मुशर्रफ भी मुहाजिर हैं और पिछले साल मार्च में पाकिस्तान से दुबई चले गए थे। वह पाकिस्तान अवामी इत्तेहाद के प्रमुख हैं और इकबाल डार को महासचिव नियुक्त किया गया है।
पाकिस्तान अवामी तहरीक ने शनिवार को अपने को गठबंधन से अलग कर लिया था। इसके तुरंत बाद मजलिस वहदत-ए-मुसलमिन (एमडब्ल्यूएम) ने भी गठबंधन का हिस्सा होने से इनकार कर दिया। अखबार के मुताबिक एमडब्ल्यूएम के सूत्रों ने कहा, ‘‘गठबंधन को लेकर ना ही हमसे किसी ने संपर्क किया और ना ही हमारे किसी नेता ने किसी राजनीतिक या चुनावी गठबंधन से जुड़ी बैठक में हिस्सा लिया।’’
सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के अध्यक्ष साहबजादा हमीद रजा ने भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी ने अवामी इत्तेहाद के साथ चुनावी मकसद से गठबंधन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि चुनावी सियासत महागठबंधन अहल-ए-सुन्नत के जरिए किया जाएगा।