Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 11:18 AM
आईआईटी खडग़पुर के सहयोग से नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया (एनडीएलआई) अब दुनिया के ....
नई दिल्ली : आईआईटी खडग़पुर के सहयोग से नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया (एनडीएलआई) अब दुनिया के शीर्ष डिजिटल पुस्तकालयों के साथ सहयोग कर वैश्विक होने की योजना बना रही है। एनडीएलआई ने पिछले सप्ताह दिल्ली में यूनेस्को और इंजीनियरिंग संस्थान की मेजबानी में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में इस आशय की घोषणा की।
आईआईटी खडग़पुर ने कहा है कि यूनेस्को ने डिजिटल लाइब्रेरियों और दक्षेस देशों की संसाधन साझाकरण गतिविधियों को बढ़ावा देने भी वादा किया है। एनडीएलआई के प्रभारी प्रोफेसर पीपी दास के हवाले से बताया गया है, ‘‘अंतरराष्ट्रीय सामग्री प्राप्त करना एक पहलू है और इसका समावेशी और खुला होना भी महत्वपूर्ण है। सूचना सभी प्रारूपों में उपलब्ध होना चाहिए चाहे वह आंकड़ा, तकनीक या अवधारणा को लेकर हो।’’ एनडीएलआई ने यूरोपियन फाउंडेशन के साथ करार किया है। इस संगठन को पिछले कुछ महीनों के लिए यूरोप का एक डिजिटल सांस्कृतिक हैरिटेज प्लेटफॉर्म तैयार करने का काम दिया गया है। एनडीएलआई के साथ कुछ अन्य डिजिटल पुस्तकालयों ने करार करने की इच्छा व्यक्त की है। इन पुस्तकालयों में टाइनासान प्रोजेक्ट (ब्राजील), नेशनल लाइब्रेरी ऑफ द नीदरलैंड, नेशनल लाइब्रेरी ऑफ साऊथ अफ्रीका और नेशनल लाइब्रेरी ऑफ नेपाल का नाम शामिल है।