Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 10:54 AM
लाहौर हाईकोर्ट द्वारा 2008 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद की 297 दिनों से चली आ रही नजरबंदी खत्म करने के तुरंत बाद ही उसने अपने आतंकी रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं...
लाहौरः लाहौर हाईकोर्ट द्वारा 2008 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद की 297 दिनों से चली आ रही नजरबंदी खत्म करने के तुरंत बाद ही उसने अपने आतंकी रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं। आज सुबह रिहा होते ही आतंकियों के इस आका ने कश्मीर की आजादी की बात छेड़ दी। उसने कहा, वह कश्मीर को आजाद करवाकर रहेगा।
गौरतलब है कि भारत ने पाकिस्तान को मुंबई हमले की फिर से जांच के लिए कई बार कहा है। साथ ही हाफिज सईद और लश्कर ए तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी के खिलाफ भारत के दिए सबूतों पर कोर्ट में सुनवाई कराने की मांग की हुई है। प्रतिबंधित जमात के सरगना के सिर पर अमकारी ने एक करोड़ डॉलर (करीब 65 करोड़ रुपए) का इनाम रखा है।
हाफिज सईद इसी साल जनवरी से घर में नजरबंद था। पाकिस्तान के पंजाब सरकार की नजरबंदी और 3 महीने बढ़ाने की याचिका को बुधवार को पंजाब के न्यायिक समीक्षा बोर्ड ने खारिज कर दिया। लाहौर हाईकोर्ट के जजों वाले बोर्ड ने पिछली बार बढ़ाई गई 30 दिनों की नजरबंदी पूरी होने पर सईद को रिहा करने का आदेश दिया है।बोर्ड की अध्यक्षता कर रहे जस्टिस अब्दुल समी खान ने कहा कि हाफिज सईद अगर किसी अन्य मामले में वांछित नहीं है तो सरकार उसे रिहा कर दे। अगर पंजाब सरकार ने जल्द ही उसे किसी अन्य मामले में बंदी नहीं बनाया तो वह गुरुवार से ही पाकिस्तान में आजाद घूमेगा।
सईद के वकील ने आरोप लगाया कि उनको गलत तरीके से 297 दिनों तक नजरबंद रखा गया। हाफिज ने हमेशा पाकिस्तान के लिए काम किया, लेकिन पाकिस्तान सरकार उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं जुटा पाई। हालांकि पाकिस्तानी न्यायिक बोर्ड के फैसले से पहले केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने भी सईद की नजरबंदी को सही साबित करने के लिए कुछ अहम सबूत पेश किए। लेकिन बोर्ड इन दलीलों से संतुष्ट नहीं हुआ।