Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 07:44 PM
आम आदमी पार्टी (आप) के चंदे को अवैध घोषित कर इसे आयकर के दायरे में लाने को पार्टी ने केंद्र सरकार की बदले की कार्रवाई बताया है। आप नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को पार्टी को मिले चंदे का ब्योरा पेश करते हुए इसे पूरी तरह से...
नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी (आप) के चंदे को अवैध घोषित कर इसे आयकर के दायरे में लाने को पार्टी ने केंद्र सरकार की बदले की कार्रवाई बताया है। आप नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को पार्टी को मिले चंदे का ब्योरा पेश करते हुए इसे पूरी तरह से पारदर्शी बताया।
आठ रुपए से लेकर 51 रुपए तक चंदा
सिसोदिया ने आयकर विभाग द्वारा आप को 34 बार इस मामले में जवाब देने का मौका देने के दावे को गलत बताते हुए कहा, ‘‘हकीकत यह है कि केंद्र की भाजपा सरकार की आंखों में आप का पारदर्शी चंदा चुभ रहा है।’’ उन्होंने कहा कि आज पार्टी को देश के विभिन्न भागों से कुल 46 लोगों ने ऑनलाइन चंदा दिया। इसमें आठ रुपए से लेकर 51 रुपए तक की राशि शामिल है। सिसोदिया ने कहा कि आप में चंदा सिर्फ बैंकिंग प्रणाली से ही लेने की व्यवस्था है और इससे जुड़ा पूरा ब्योरा आयकर विभाग को सौंपा जा चुका है। इसलिए आयकर विभाग द्वारा यह कहना कि आप ने 34 नोटिसों का जवाब नहीं दिया, पूरी तरह से गलत है।
सिसोदिया ने कहा कि ‘‘आप देश की एकमात्र पार्टी है जो अपने चंदे के एक-एक रुपए का हिसाब ना केवल व्यवस्थित करती है बल्कि उसे चुनाव आयोग समेत जांच एजेंसियों को भी सौंपती है। ऐसे में पार्टी के समूचे चंदे को गैर-कानूनी बताते हुए उस पर 30 करोड़ का आयकर लगाना अप्रत्याशित है। यह कार्रवाई भाजपा की केंद्र सरकार के इशारे पर हुई है।’’
सिसोदिया ने कहा कि आयकर विभाग ने यह कार्रवाई दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने की अपील के अगले ही दिन की गई। इससे साफ जाहिर है कि भाजपा ने आम आदमी की मेहनत की कमाई को अवैध ठहराते हुए बदले की भावना से यह कार्रवाई की है।’’