Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 12:30 AM
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के कार्डियोलॉजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. आरके सरन ने बता कि अब जिनका रक्तचाप 130 व 80 है उन्हें ही सामान्य माना जाएगा
नेशनल डेस्कः अब तक सिस्टोलिक 140 व डाइस्टोलिक 90 ब्लड प्रेशर को डॉक्टर सामान्य मानते थे लेकिन अमरीकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) व अमरीकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी (एसीसी) की नई गाइड लाइन से रक्तचाप की परिभाषा बदल गई है।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के कार्डियोलॉजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. आरके सरन ने बता कि अब जिनका रक्तचाप 130 व 80 है उन्हें ही सामान्य माना जाएगा। इसके अलावा सिस्टोलिक 130 से 140 व डाइस्टोलिक 80 से 90 के बीच रहे तो अतिरिक्त एहतियात बरतने की जरूरत है। हालांकि ऐसे लोगों को दवा की बजाय लाइफ स्टाइल व खानपान सुधारकर बीपी कम करने के सलाह दी गई है।
गाइड लाइन के अनुसार 130 व 80 बीपी को सामान्य जरूर माना गया है लेकिन इसका यह अर्थ कतई नहीं है कि इससे ऊपर होते ही दवा शुरू की जाए। ऐसे लोगों को अपनी आदतों में सुधार कर बीपी को सुरक्षित सीमा में लाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।
डॉ. सरन ने बताया कि दो दिन पहले मिली एएचए व एसीसी की नई गाइड लाइन के मुताबिक उच्च रक्तचाप की नई परिभाषा का लाभ 20 से 25 फीसद आबादी को मिलेगा। कारण यह कि वह अपना बीपी कंट्रोल करने के लिए प्रयासरत रहेगी।