Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 11:58 AM
कालेधन पर काबू पाने के लिए लगभग एक साल पहले मोदी सरकार ने दशभर में नोटबंदी की थी जिसमें 1000 और 500 के पुराने नोटों पर बैन लगा दिया गया था। आयकर विभाग अब उन लोगों के खातों की जांच कर रहा है जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बंद किए गए नोटों से अपने खातों...
नई दिल्लीः कालेधन पर काबू पाने के लिए लगभग एक साल पहले मोदी सरकार ने दशभर में नोटबंदी की थी जिसमें 1000 और 500 के पुराने नोटों पर बैन लगा दिया गया था। आयकर विभाग अब उन लोगों के खातों की जांच कर रहा है जिन्होंने नोटबंदी के दौरान बंद किए गए नोटों से अपने खातों में 20 लाख रुपए या इससे ज्यादा की रकम जमा कराई है। आयकर विभाग ऐसे 2 लाख लोगों को नोटिस भेजा चुका है।
जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग उन लोगों को नोटिस भेज रहा है जिन्होंने मोटी रकम तो जमा कराई है लेकिन टैक्स रिटर्न नहीं भरा है और साथ में आयकर विभाग की अपील को भी नजरंदाज किया है। आयकर विभाग पहले ही इस तरह के सभी लोगों को काफी वक्त दे चुका है और अब सबसे रिटर्न भराने के लिए फिर से नोटिस जारी किया है।
सरकार ने नोटबंदी के बाद 5 लाख रुपए या इससे ज्यादा की रकम जमा करानेवाले 18 लाख संदिग्ध लोगों की पहचान की, जिनमें 12 लाख लोगों की पुष्टि इनकम टैक्स के पोर्टल से हो गई। 2.9 लाख करोड़ रुपए संदिग्ध रूप से जमा करवाई गई है। यह नोटबंदी के बाद जमा रकम का पांचवें हिस्से से भी कम है।