Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 04:36 PM
वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया से दुनिया का सबसे छोटा डाटा रिकॉर्डर बनाने का दावा किया है। शोधकर्ताओं ने प्राकृतिक जीवाणु प्रतिरक्षा प्रणाली को दुनिया के सबसे छोटे डाटा रिकॉर्डर में परिवर्तित करने में सफलता हासिल की है...
न्यूयॉर्कः वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया से दुनिया का सबसे छोटा डाटा रिकॉर्डर बनाने का दावा किया है। शोधकर्ताओं ने प्राकृतिक जीवाणु प्रतिरक्षा प्रणाली को दुनिया के सबसे छोटे डाटा रिकॉर्डर में परिवर्तित करने में सफलता हासिल की है। इसे तैयार करने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि इन बैक्टीरिया सेल्स (जीवाणु कोशिकाओं) के जरिए बीमारियों के उपचार से लेकर पर्यावरण निगरानी तक हर कार्य में यह तकनीक एक नई नींव स्थापित करेगी।
अमरीका स्थित कोलंबिया यूनिवर्सिटी मैडीकल सैंटर (सीयूएमसी) के शोधकर्ताओं ने लैब में जीवाणु को ऐसे रूप में परिवर्तित किया, जिसे मरीज के अंदर भेजा जा सके।चूंकि ये अतिसूक्ष्म होते हैं, इसलिए इन्हें इस तरह से बनाया गया, जिससे ये अंदर की गतिविधियों को रिकॉर्ड करें। ये न केवल आंतरिक गतिविधियों बल्कि मौसम के साथ होने वाले परिवर्तन को भी बता सकते हैं। सीयूएमसी के हैरिस वैंग के मुताबिक, मरीज द्वारा निगलने जाने वाले इस तरह के जीवाणु पाचन तंत्र के माध्यम से शरीर के आंतरिक परिवर्तन को रिकॉर्ड करने में सक्षम हो सकते हैं।