Edited By ,Updated: 30 Dec, 2015 12:01 PM
प्रकृति ने जीवों को बहुत कुछ खाने को दिया है। जिसे खाकर वो स्वस्थ जीवन का निर्वाह कर सकें। शास्त्रों के अनुसार कुछ विशेष तिथियों में कुछ ऐसी चीजें हैं
प्रकृति ने जीवों को बहुत कुछ खाने को दिया है। जिसे खाकर वो स्वस्थ जीवन का निर्वाह कर सकें। शास्त्रों के अनुसार कुछ विशेष तिथियों में कुछ ऐसी चीजें हैं जिनके खाने पर मनाही है। इन दिनों उन चीजों का त्याग करने से व्यक्ति की संपत्ति, प्रतिष्ठा और आनंद का कभी नाश नहीं होता। आईए जानें विशेष तिथियां
प्रतिपदा के दिन कुम्हड़ा, पेठा न खाएं, धन का नाश होता है।
द्वितीया के दिन छोटा गन नहीं खाना चाहिए।
तृतीया के दिन परवल खाने से मित्र कम होते हैं और शत्रु बढ़ते हैं।
चतुर्थी के दिन मूली खाने से धन की हानि होती है।
पंचमी के दिन बेल का सेवन करने से लांछन लगते हैं।
षष्ठी के दिन नीम की पत्तीयां, फल अथवा दातुन को मुंह में डालने से व्यक्ति नीच योनियों के भोग भोगता है।
सप्तमी को ताड़ के फल खाने वाले व्यक्ति के शरीर पर रोग अपना बसेरा बनाएं रखते हैं और जल्दि ही उसका नाश हो जाता है।
अष्टमी के दिन पानी वाला नारियल खाने से बुद्धि का विनाश हो जाता है।
नवमी के दिन लौकी खाने से गोमांस खाने के समान पाप लगता है।
एकादशी वाले दिन सेम, द्वादशी को पोई और त्रयोदशी को बैंगन नहीं खाना चाहिए अन्यथा पुत्र का विनाश हो जाता है।