Edited By ,Updated: 04 Mar, 2015 06:03 PM
आज भी बहुत सारी महिलाओं कुछ गुप्त बातों पर खुलकर बात नहीं करती और इस मुद्दे पर बात करने पर वह हिचकिचाहट महसूस करती हैं। जैसे कि मासिक धर्म यानि महीने बाद महिलाओं को आने वाली माहवारी।
आज भी बहुत सारी महिलाओं कुछ गुप्त बातों पर खुलकर बात नहीं करती और इस मुद्दे पर बात करने पर वह हिचकिचाहट महसूस करती हैं। जैसे कि मासिक धर्म यानि महीने बाद महिलाओं को आने वाली माहवारी।
हमारे समाज में मासिक धर्म में महिलाओं को कई चीजों से दूर रखा जाता है, जिस वजह से वे खुद को अपवित्र मानती हैं और इस दौरान बरते जाने वाले एहतियातों पर ध्यान नहीं देती हैं। इस तरह उनका खुद का स्वास्थ्य खतरे में पड़ सकता है। मासिक धर्म को लेकर हमारे समाज में ऐसी बहुत सारी बातें जुड़ी हैं जो असल में मिथक हैं हालांकि आज भी प्रचलित है।
आइए गौर करिए ऐसी ही मिथक प्रचलित बातों पर
1. इन दिनों में परिवार के सदस्य अछूत की तरह व्यवहार करते हैं उन्हें रसोई घर, मंदिर या किसी पाठ पूजा में जाना मना होता है।
2. माना जाता है कि महिलाएं इस दौरान अपवित्र, बीमार और अभिशप्त होती हैं।
3. एक सैनेटरी पैड बनाने वाली कम्पनी ने अपने हालिया अध्ययन में पाया कि 75 फीसदी महिलाएं अब भी पैड किसी भूरे लिफाफे या काली पॉलीथीन में लपेटकर खरीदती हैं। इससे जुड़ी शर्म के कारण परिवार के किसी पुरुष के हाथों इसे मंगवाना तो बहुत कम होता है। पिता और भाइयों को तो बिल्कुल भी नहीं।
4. माहवारी के दौरान कुछ लड़कियां स्कूल जाना बंद कर देना।
लेकिन इसका प्रभाव महिलाओं के स्वास्थय पर पड़ता है हालांकि बदलते समय के साथ लोगों की सोच बदलनी शुरू हो गई है और महिलाएं को इससे जुड़ी परेशानी में खुलकर बात करने की जरूरत है।