Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2018 02:05 PM
मप्र में किसानों की आत्महत्या के ममाले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। कर्ज के बोझ से परेशान आत्महत्या करने का एक ऐसा ही मामला सामने आया है मंडला जिले में। यहां एक किसान ने कर्ज के बोझ तले दबे होने से मौत को गले लगा लिया। किसान के परिजनों का कहना है...
भोपाल: मप्र में किसानों की आत्महत्या के ममाले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। कर्ज के बोझ से परेशान आत्महत्या करने का एक ऐसा ही मामला सामने आया है मंडला जिले में। यहां एक किसान ने कर्ज के बोझ तले दबे होने से मौत को गले लगा लिया। किसान के परिजनों का कहना है कि मृतक काफी दिनों से कर्ज के चलते परेशान था। उसने खाद व बीज के लिए करीब 8 हजार रुपए उधार ले रखे थे। सुबह जब सोहन लाल सोकर नहीं उठा तो, उन्होंने जाकर देखा वह अपने बिस्तर पर उल्टी किए हुए पड़ा था। परिजन उसे उठाकर तुरंत नैनपुर अस्पताल लाए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में किसानों की खुदकुशी
पिछले कई महीनों से मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में किसानों की खुदकुशी का सिलसिला जारी है। वहीं प्रदेश के प्रभारी मंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने कुछ समय पहले किसानों की आत्महत्या को लेकर विवादित बयान दिया था। प्रदेश के प्रभारी मंत्री का कहना था कि किसान आत्महत्या करता है तो, इसका कारण वो खुद ही जानता है न कि सरकार।