Edited By rehan,Updated: 06 Jun, 2018 12:37 PM
प्रदेश में एक जून से किसान आंदोलन जारी है। ऐसे में किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए तरह तरह के तरीके अज़मा रहे हैं। किसान प्रशासन की कोशिशों पर पानी फेरने में लगा है। इस बार किसानों ने अपने विरोध करने का तरीका पिछली बार से कुछ अलग अपनाया।
नीमच : प्रदेश में एक जून से किसान आंदोलन जारी है। ऐसे में किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए तरह तरह के तरीके अज़मा रहे हैं। किसान प्रशासन की कोशिशों पर पानी फेरने में लगा है। इस बार किसानों ने अपने विरोध करने का तरीका पिछली बार से कुछ अलग अपनाया। किसानों ने खाने पीने की चीज़ों की बर्बादी न करके उसे लोगों में बांटा। इसी कड़ी में एक नज़ारा नीमच जिले के देवरी जिले में देखने को मिला। जहां रोजाना गांव से निकलने वाले करीब पांच क्विंटल से ज्यादा के दूध को ग्रामीण इकठ्ठा कर उसकी खीर बनाते हैं फिर भगवान को भोग लगाए जाने के बाद प्रसाद के रूप में ग्रामीणों के बीच ही बांट देते हैं।
इतना ही नहीं गांव देवरी खवासा के किसानों ने किसान आंदोलन को अपना पूरा समर्थन देते हुए इसे एक महोत्सव के रूप में मनाने का फैसला भी लिया। उनका कहना है न ही वह इस दूध को गांव से बाहर जाने देंगे न ही इसे किसी डेयरी को बेचेंगे। कई गांवों में तो किसान दूध की सप्लाई बंद कर दूध को अपने पशुओं को ही पिला रहे हैं। तो कई दूध के विभिन्न उत्पाद तैयार कर स्टॉक करने में लगे हैं।