Edited By ASHISH KUMAR,Updated: 26 May, 2018 03:50 PM
मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर जहां एक तरफ बीजेपी अपने विकास कार्यों का लेखा जोखा सामने रख अपनी पीठ थपथपाती नजर आ रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी मोदी के चार साल पर विरोध आंदोलन शुरु कर दिया है। ताजा उदाहरण मध्यप्रदेश के विदिशा में देखने...
विदिशा: मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर जहां एक तरफ बीजेपी अपने विकास कार्यों का लेखा जोखा सामने रख अपनी पीठ थपथपाती नजर आ रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी मोदी के चार साल पर विरोध आंदोलन शुरु कर दिया है। ताजा उदाहरण मध्यप्रदेश के विदिशा में देखने को मिला है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संसदीय क्षेत्र विदिशा है, जहां उनके गुमशुदा होने के पोस्टर एक बार फिर देखने को मिल रहे हैं।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के लंबे अरसे से अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा में नहीं आने से नाराज लोगों ने सांसद के 'गुमशुदा' होने के पोस्टर लगाए हैं। शहर के कई स्थानों पर सुषमा स्वराज की तस्वीर वाले पोस्टर लगे हैं, जिनमें लिखा है, 'गुमशुदा सांसद की तलाश'। इतना हीं नहीं पोस्टर के माध्यम से कांग्रेसियों ने स्वराज से चार सवाल भी पूछा है। इसके साथ ही इस पोस्टर में समस्याओं का जिक्र भी किया गया है। यह पोस्टर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं।
यह कोई पहली बार नहीं जब सुषमा के गायब होने के पोस्टर छपे हैं। इसके पहले भी ऐसे पोस्टर लगते रहे है। वर्ष 2017 में ऐसे ही पोस्टरों में लिखा गया था कि- "विदिशा का किसान मर रहा है, विदिशा का किसान हैरान-परेशान है, विदिशा का व्यापारी बेहाल है, विदिशा का युवा बेरोजगार है, विदिशा का गरीब-मजदूर रो रहा है, विदिशा की जनता त्रस्त है और सांसद गायब हैं।"
इन पोस्टरों के नीचे सूचनाकर्ता और संपर्क के लिए आनंद प्रताप सिंह का नाम दर्ज है। पोस्टरों में कहा गया है कि 'विदिशा की सांसद सुषमा स्वराज अगर आपको कहीं मिलें तो उन्हें बताएं कि विदिशा की जनता आपके इस व्यवहार से अपने को ठगा महसूस कर रही है।'