Edited By ,Updated: 29 May, 2016 03:31 PM
सच कहते हैं काम कोई छोटा या बड़ा नहीं होता है। काम अगर मन से औऱ लगन से किया जाए तो उस काम से भी नाम कमाया जा सकता है।
नई दिल्ली: सच कहते हैं काम कोई छोटा या बड़ा नहीं होता है। काम अगर मन से औऱ लगन से किया जाए तो उस काम से भी नाम कमाया जा सकता है। जी हां आज हम आपको एक ऐसी ही शख्सियत से रू-ब-रू करवाने जिन्होंने एक ऐसे काम को चुना जिसे करने से पहले पुरुष भी कई बार सोचते हैं। वकालत की डिग्री पास होने के बावजूद योगिता रघुवंशी पिछले 16 साल से भोपाल से केरल के पलक्कड के बीच खतरनाक रास्तों पर अकेले ही 30 टन का 14 पहियों का कार्गो ट्रक चला रही हैं।
योगिता देश की पहली महिला ट्रक ड्राइवर हैं। योगिता सन् 2000 से देश के लगभग सभी हिस्सों में ट्रक चला चुकी हैं। योगिता के एक बेटी यशिका और एक बेटा याश्विन है जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। मूल रूप से यूपी की रहने वाली योगिता की शादी 1991 में भोपाल में हुई थी। शादी के वक्त उन्हें बताया गया कि लड़का वकील है लेकिन यह झूठ निकला। इस वजह से उनका वैवाहिक जीवन सही नहीं रहा।
1999 में उनके पति की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। बच्चों के भविष्य और परिवार चलाने के लिए उन्हें ट्रक ड्राइवर बनना पड़ा। 40 साल की योगिता बेहतरीन ड्राइवर हैं। हालांकि मेल डोमिनेंट पेशे में आने पर शुरुआती दिनों में उनका मजाक भी उड़ाया जाता था। इस बारे में वे कहती हैं कि परिवार चलाना है तो यह करना ही पड़ेगा। ड्राइविंग की वजह से उन्हें अक्सर घर और बच्चों से काफी दूर रहना पड़ता है।