Edited By PTI News Agency,Updated: 24 Oct, 2020 05:55 PM
मुंबई, 24 अक्टूबर (भाषा) कर्ज में फंसी कपंनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) समूह चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में महज 1,460 करोड़ रुपये के ऋण का समाधान कर सकी है। इस तरह कंपनी दूसरी तिमाही में लक्ष्य से 7,300...
मुंबई, 24 अक्टूबर (भाषा) कर्ज में फंसी कपंनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) समूह चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में महज 1,460 करोड़ रुपये के ऋण का समाधान कर सकी है। इस तरह कंपनी दूसरी तिमाही में लक्ष्य से 7,300 करोड़ रुपये पीछे रह गयी है। कंपनी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
कंपनी को दूसरी तिमाही में करीब 8,800 करोड़ रुपये के ऋण का समाधान करना था।
कंपनी के ऊपर अक्टूबर 2018 के आंकड़ों के अनुसार, 99 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है। हालांकि दूसरी तिमाही में लक्ष्य से चूकने के बाद भी कंपनी ने कुल बकाया के 50 फीसदी का समाधान करने का लक्ष्य बरकरार रखा है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘पिछली बार की जानकारी की तुलना में सितंबर 2020 तक के लक्ष्य में 7,300 करोड़ रुपये की कमी को अगली तिमाहियों में हासिल करने का लक्ष्य तय किया जा रहा है।
उसने कहा, ‘‘लक्ष्य पाने में देरी मुख्य रूप से कोविड-19 के असर के कारण हुई है, जिसके कारण संबंधित पक्षों के साथ बातचीत की प्रक्रिया पूरी करने में समय व आने-जाने संबंधी जटिलताएं आयीं। इसके अलावा कर्जदाताओं, नियामकों और न्यायिक प्राधिकरणों से मंजूरियां पाने में भी देरी हुई।’’
कंपनी ने कहा कि दूसरी तिमाही में 7,300 करोड़ रुपये की कमी में से तीसरी तिमाही में 4,200 करोड़ रुपये और चौथी तिमाही में 3,100 करोड़ रुपये के समाधान का लक्ष्य पा लिया जायेगा।
कंपनी ने जुलाई में कहा था कि वह मार्च 2021 तक करीब 50,500 करोड़ रुपये के कर्ज का समाधान कर लेगी। इसके अलावा कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 के बाद अतिरिक्त 6,500 करोड़ रुपये के कर्ज का समाधान निकालने की योजना तय की थी।
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