Edited By ,Updated: 14 Dec, 2015 11:44 AM
प्रभु ने आपके भाग्य में जो लिख दिया है उसे कोई टाल नहीं सकता, मगर ईर्ष्या....
1. प्रभु ने आपके भाग्य में जो लिख दिया है उसे कोई टाल नहीं सकता, मगर ईर्ष्या रूपी रोग आपके सुखों को भगा कर ले जाता है।
2. जीने की कला संत-महापुरुष सिखाते हैं। जैसी आपकी खुराक होगी-वैसा शरीर। जैसा मन वैसे विचार होंगे।
3. जीवन की आधारशिला रसोई है। रसोई ही मंदिर है।
4. परिवार का पालन-पोषण करना भी यज्ञ है। हवन यज्ञ करने, परिवार का पालन-पोषण करने से भी आनंद प्राप्त होता है।
5. जिन बेटियों को कोख में खत्म कर दिया जाता है वे जन्म लेकर आपके घर के ग्रह दोष बदल सकती हैं। ग्रंथों में भी बेटियों को लक्ष्मी का दर्जा दिया है।
6. अपनी मां को खुश कर लो। तुम्हारे हाथों की लकीरें बदल जाएंगी और गम की जंजीरें टूट जाएंगी। तुम खुशहाल हो जाओगे। मां ही भगवान का दूसरा रूप है।
7. प्रभु श्री राम सबको कठपुतली की तरह नचाते हैं और सब नाच रहे हैं। हम सबकी डोर उस परमपिता के हाथों में है।
अमरनाथ भल्ला, लुधियाना