Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 01:59 PM
मेक इन इंडिया द्वारा भारत के रक्षा मंत्रालय ने एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत की है। यह पैसा पिछले 2 वर्षों में 6 एयर डिफैंस और एंटी टैंक मिसाइल प्रोजैक्ट को किसी विदेशी कंपनी से पूरा न करवाने की जगह स्वदेशी डिफैंस रिसर्च एंड डिवैल्पमैंट...
नई दिल्ली: मेक इन इंडिया द्वारा भारत के रक्षा मंत्रालय ने एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत की है। यह पैसा पिछले 2 वर्षों में 6 एयर डिफैंस और एंटी टैंक मिसाइल प्रोजैक्ट को किसी विदेशी कंपनी से पूरा न करवाने की जगह स्वदेशी डिफैंस रिसर्च एंड डिवैल्पमैंट ऑर्गेनाइजेशन द्वारा पूरा करने की वजह से बच पाया है। कुछ प्रोजैक्ट्स ऐसे भी हैं जिन पर फिलहाल काम किया जा रहा है।
रक्षा क्षेत्र से जुड़े सीनियर अधिकारियों का मानना है कि ‘मेक इन इंडिया’ प्रोजैक्ट की वजह से जो पैसा मिसाइल बनाने के लिए विदेशी कंपनियों को दिया जाता था अब उसका इस्तेमाल स्वदेशी रक्षा क्षेत्र में किया जा रहा है, जिससे उसका भी विकास हो रहा है। सीनियर अधिकारियों ने कहा कि पिछले 3 वर्षों में उन्होंने 3 रक्षा मंत्री देखे और तीनों ने ही स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देने पर जोर दिया। अधिकारियों के मुताबिक तीनों ने सभी स्वदेशी प्रोजैक्ट्स को आगे बढ़ाने में पूरा समर्थन दिया है।