जस्टिस गोगोई बोले- देश की अदालतों में 50 साल से लंबित हैं 1 हजार मामले

Edited By Yaspal,Updated: 04 Aug, 2019 06:27 PM

1 thousand cases pending in the courts of the country for 50 years

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने रविवार को कहा कि देश की अदालतों में एक हजार से अधिक मामले 50 साल से लंबित हैं। इसके साथ ही दो लाख से अधिक ऐसे मामले हैं जो 25 साल से लंबित हैं। गोगोई ने यहां एक समारोह को संबोधित...

नेशनल डेस्कः प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने रविवार को कहा कि देश की अदालतों में एक हजार से अधिक मामले 50 साल से लंबित हैं। इसके साथ ही दो लाख से अधिक ऐसे मामले हैं जो 25 साल से लंबित हैं। गोगोई ने यहां एक समारोह को संबोधित करते हुए गुवाहाटी उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश अरूप कुमार गोस्वामी को निर्देश दिया कि वह असम में लंबे समय से लंबित इस तरह के मामलों का जल्द निपटारा करें।
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गोगोई ने कहा कि भारत में एक हजार से अधिक मामले 50 साल से और दो लाख से अधिक मामले 25 साल से लंबित हैं। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि उन्होंने 10 जुलाई को विभिन्न उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों को संबोधित किया था और उनसे अन्य विषयों के साथ 50 साल तथा 25 साल पुराने मामलों को निपटाने का आग्रह किया था।
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सीजेआई गोगोई ने कहा कि आज, “मैं यह कहने के लिए मजबूर हूं कि न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों को इस बात को अवश्य याद रखना चाहिए कि जनता के जिस विश्वास और भरोसे पर हमारी संस्था का अस्तित्व है, वह हमारे आदेशों और फैसलों के आधार पर बना है। उन्होंने यह भी कहा कि न्यायिक पदाधिकारी के रूप में चयनित होना। इस प्रतिष्ठित संस्था की सेवा करने का एक अवसर है, जिसका मूल्य हमेशा कल्पना से काफी अधिक है।
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गोगोई ने यह भी कहा कि करीब 90 लाख लंबित दीवानी मामलों में से 20 लाख से अधिक ऐेसे मामले हैं जिनमें अभी तक सम्मन तक तामील नहीं हुआ है। उन्होंने न्यायालय में लंबित रिक्तियों के बारे में कहा कि अनुसूचित जाति के 6000 रिक्त पदों को भरने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने इसका संज्ञान लिया है, मुझे लगता है कि इनमें से लगभग 4000 रिक्तियां भरी हुई हैं। लगभग 1500 रिक्तियों को नवंबर के अंत तक या दिसंबर के अंत तक भर जाएगीं।  

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