राम जेठमलानी से जुड़े 10 बड़े मामले, जो देशभर में रहे चर्चा में

Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Sep, 2019 01:04 PM

10 major cases related to ram jethmalani

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं जाने-माने वकील राम जेठमलानी का रविवार सुबह यहां उनके आवास पर निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। जेठमलानी मौजूदा समय में राज्यसभा के सांसद थे और काफी समय से बीमार चल रहे थे। जेठमलानी अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते थे।

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं जाने-माने वकील राम जेठमलानी का रविवार सुबह यहां उनके आवास पर निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। जेठमलानी मौजूदा समय में राज्यसभा के सांसद थे और काफी समय से बीमार चल रहे थे। जेठमलानी अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते थे। वे अपनी बात को रखते हुए कभी हिचकिचाए नहीं।

 

राम जेठमलानी से जुड़े 10 बड़े मामले

1. 2009 में मोहम्मद अली जिन्ना पर लिखी गई एक किताब के विमोचन के समय राम जेठमलानी ने सबको यह कहकर चौंका दिया था कि भारत-पाकिस्तान विभाजन का मुख्य कारण मोहम्मद अली जिन्ना नहीं, बल्कि हरिचन्द्र नाम का एक कंजूस हिंदू था। यह किताब भाजपा नेता जसवंत सिंह ने लिखी थी। देश-विदेश की कई बड़ी हस्तियां इस समारोह में उपस्थित थीं।

2. जेसिका लाल हत्याकांड में जब सभी ने मनु शर्मा को मुख्य आरोपी माना तो तभी उसकी पैरवी में उतरे जेठमलानी ने इसमें नया मोड़ लाते हुए कहा था कि 'जेसिका की हत्या मनु शर्मा ने नहीं बल्कि एक लंबे सिख नौजवान ने की थी। यही नहीं उन्होंने इस बात के पुख्ता सबूत भी अपने पास होने का दावा किया था।

3. 93 साल की उम्र में उन्होंने पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वकील बनकर भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ अदालती मोर्चा संभाला। इस मामले की सुनवाई के दौरान जेठमलानी ने अरुण जेटली के लिए 'क्रक यानी धूर्त शब्द का इस्तेमाल किया था। हालांकि बाद में उन्होंने केजरीवाल पर ही झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उनकी पैरवी से इनकार कर दिया था।

4. जेठमलानी अक्सर कई बार न्यायाधीशों को यह तक बोल देते थे कि आपकी उम्र से ज्यादा तो मेरा वकालत का अनुभव है। उनकी इस बात का कोई **** भी नहीं मानता। सर्वोच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश की अधिकतम उम्र 65 साल हो सकती है, जबकि राम जेठमलानी का वकालत का अनुभव ही लगभग 77 साल है।

5. अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में वे मंत्री बने और फिर एकमात्र ऐसे व्यक्ति भी जिसे उस मंत्रिमंडल से निकाला गया। यह भी माना जाता है कि अटल बिहारी वाजपेयी कभी भी राम जेठमलानी को मंत्रिमंडल में शामिल करने के पक्ष में नहीं थे।

6. जेठमलानी अंडरवर्ल्ड डॉन हाजी मस्तान, शेयर बाजार घोटालों के आरोपित हर्षद मेहता और केतन पारेख, जेसिका लाल के हत्यारे मनु शर्मा राजीव गांधी के हत्यारों, इंदिरा गांधी के हत्यारों, यौन शोषण के आरोप में फंसे आसाराम बापू, अवैध खनन के आरोपित येदियुरप्पा और आय से अधिक संपत्ति के मामले में फंसी जयललिता समेत तमाम लोगों की पैरवी कर चुके हैं।

7.  राम जेठमलानी ज्यादा समय भाजपा में शामिल रहे लेकिन अक्सर भाजपा की खिलाफत करते भी दिखे।

8. जेठमलानी ने एक बार कहा था कि 'भगवान राम एक बहुत ही गैर जिम्मेदार पति थे। मैं उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं करता। इस तरह के बयान देकर भी कई बार राम जेठमलानी ने विवाद खड़े किए।

9. आप की अदालत प्रोग्राम में जब रजत शर्मा ने राम जेठमलानी से उनकी दो शादियों के बारे में सवाल किया तो उन्होंने बेबाबी से जवाब देते हुए कहा था कि 'हां मेरी दो बीवियां हैं। और मेरी दोनों बीवियां तुम्हारी एक बीवी से ज्यादा खुश है।

10. अप्रैल 2004 में उन्होंने उत्तर प्रदेश की लखनऊ सीट से वाजपेयी के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। चुनाव हारने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। साल 2010 में वह वापस भाजपा में शामिल हो गए।

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