Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Jan, 2022 10:05 AM
हर साल 29 जनवरी को विजय चौक पर मनाए जाने वाले बीटिंग द रिट्रीट का कल रात एक अद्धभूत नज़ारा देखने को मिला। इस दिन सेना के बैंड्स की धुन देखने वालों के रोम रोम में देशभक्ति का भाव भरते हैं। इसमें तीनों सेनाओं के बैंड लोकप्रिय मार्चिंग धुनें बजाते...
नई दिल्ली: हर साल 29 जनवरी को विजय चौक पर मनाए जाने वाले बीटिंग द रिट्रीट का कल रात एक अद्धभूत नज़ारा देखने को मिला। इस दिन सेना के बैंड्स की धुन देखने वालों के रोम रोम में देशभक्ति का भाव भरते हैं। इसमें तीनों सेनाओं के बैंड लोकप्रिय मार्चिंग धुनें बजाते हैं। इस बार होने वाली बीटिंग द रिट्रीट और भी खास होने वाली है।
कल रात बीटिंग द रिट्रीट की रिहर्सल के दौरान आसमान में एक साथ 1000 मेड इन इंडिया ड्रोन्स दिखाई दिए। शुक्रवार को ड्रोन्स के रिहर्सल का वीडियो सामने आया है। चीन, रूस और ब्रिटेन के बाद एक हजार ड्रोन के साथ इतने बड़े पैमाने पर समारोह में परफॉर्म करने वाला भारत चौथा देश होगा।
इन सभी ड्रोन को सॉफ्टवेयर जैसे फ्लाइट कंट्रोलर, जीपीएस, मोटर नियंत्रक, ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन (जीसीएस) एल्गोरिदम जैसी तकनीकि चीजों से लैस किया गया है। साथ ही बीटिंग रिट्रीट समारोह में पहली बार लेजर शो का आयोजन किया जाएगा। बीटिंग द रीट्रीट रिपब्लिक डे सेलीब्रेशन का ही हिस्सा होता है। दरअसल गणतंत्र दिवस का सेलीब्रेशन एक दिन का नहीं, बल्कि चार दिनों का होता है। हर साल 29 जनवरी की शाम को बीटिंग द रिट्रीट का आयोजन किया जाता है।
इसकी शुरूआत 1950 में हुई। बीटिंग रिट्रीट ब्रिटेन की बहुत पुरानी परंपरा है, इसका असली नाम ‘वॉच सेटिंग’ है और यह सूर्य डूबने के समय मनाया जाता है।