Edited By Parveen Kumar,Updated: 10 Dec, 2024 11:07 PM
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स (आईएफजे) ने मंगलवार को कहा कि 2024 में अब तक 104 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे जा चुके हैं, जिनमें से आधे से अधिक ने गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के दौरान जान गंवाई।
इंटरनेशनल डेस्क : इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स (आईएफजे) ने मंगलवार को कहा कि 2024 में अब तक 104 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे जा चुके हैं, जिनमें से आधे से अधिक ने गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के दौरान जान गंवाई। समूह ने कहा कि सात अक्टूबर, 2023 को युद्ध शुरू होने के बाद से, कम से कम 138 मीडियाकर्मी मारे गए हैं जिसमें इस साल जनवरी से अब तक 55 जान गंवाने वाले फलस्तीनी मीडिया पेशेवर शामिल हैं।
वैश्विक स्तर पर हुई मौतों के अलावा, आईएफजे ने कहा कि जेल में बंद पत्रकारों की संख्या भी बढ़ रही है, जो पिछले वर्ष 427 की तुलना में बढ़कर 520 हो गई है। आईएफजे महासचिव एंथनी बेलेंजर ने कहा, ‘‘ये दुखद आंकड़े एक बार फिर दिखाते हैं कि प्रेस की स्वतंत्रता कितनी नाजुक है और पत्रकारिता का पेशा कितना जोखिम भरा और खतरनाक है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब पूरी दुनिया में तानाशाही शासन व्यवस्था विकसित हो रही है, जनता को सूचना की बहुत आवश्यकता है।'' समूह ने कहा कि कारावास के मामले में चीन और हांगकांग ने 135 पत्रकारों को सलाखों के पीछे रखा है।