Edited By Yaspal,Updated: 20 Jul, 2018 11:26 AM
विदेश मामलों के राज्य मंत्री वीके सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि मई 2014 में सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 जून 2018 के बीच 84 देशों की यात्रा की।
नई दिल्ली: सरकार ने आज बताया कि जून 2014 के बाद से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की 84 देशों की यात्रा के दौरान चार्टर्ड उड़ानों , विमानों के रखरखाव और हॉटलाइन सुविधाओं पर 1,484 करोड़ रुपए का व्यय किया गया। विदेश मामलों के राज्य मंत्री वी के सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा में मोदी के विदेश यात्रा के दौरान उक्त तीन मदों में किए गए व्यय का विवरण साझा किया। आंकड़ों के अनुसार, 15 जून, 2014 और 10 जून, 2018 के बीच की अवधि के दौरान प्रधान मंत्री के विमान के रखरखाव पर 1088.42 करोड़ रुपए और चार्टर्ड उड़ानों पर 387.26 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। हॉटलाइन पर कुल व्यय 9.12 करोड़ रुपए का हुआ। मोदी ने मई 2014 में प्रधान मंत्री पद संभालने के बाद से 42 विदेशी यात्राओं में कुल 84 देशों का दौरा किया।
2018-19 की हॉटलाइन का खर्च नहीं है शामिल
आंकड़ों के मुताबिक 15 जून 2014 से 10 जून 2018 के बीच की अवधि के दौरान प्रधानमंत्री के विमान के रखरखाव पर 1088.42 करोड़ रुपए और चार्टर्ड उड़ानों पर 387.26 करोड़ रुपए खर्ज किए गए। हॉटलाइन का कुल खर्च 9.2 करोड़ रुपए है। नरेंद्र मोदी ने मई 2014 में केंद्र की सत्ता संभालने के बाद से 42 विदेशी यात्राओं में 84 देशों का दौरा किया है। सिंह द्वारा दिए गए जवाब में 2017-18 और 2018-19 में उनकी विदेश यात्राओं के दौरान हॉटलाइन सुविधाओं पर हुआ खर्च शामिल नहीं है। साल 2018-19 में यात्रा के लिए चार्टर्ड उड़ानों की लागत भी शामिल नहीं है।
PM का अंतिम दौरा चीन का
वीके सिंह के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने 2015-16 में अधिकतम 24 देशों की यात्रा की और साल 2017-18 में 19 और 2016-17 में 18 देशों का दौरा किया। साल 2014-15 में पीएम मोदी ने 13 देशों का दौरा किया, जिसमें बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2014 में पहला दौरा पड़ोसी देश भूटान का किया। साल 2018 में उन्होंने 10 देशों का दौरा किया है, जिसमें उनका अंतिम दौरा पिछले महीने चीन का रहा। साल 2014-15 मे विदेशी यात्राओं के लिए चार्टर्ड उड़ानों की लागत 93.76 करोड़ रुपए थी। जबकि साल 2015-16 में यह लागत 117 करोड़ रुपए हो गई।
यात्राओं से हुआ राजनायिक फायदा
2016-17 में लागत 76.27 करोड़ रुपए और साल 2017-18 में चार्टर्ड उड़ान पर कुल खर्च 99.32 करोड़ रुपए था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं का उद्देश्य व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, विकास भागीदारी समेत विभिन्न क्षेत्रों में इन देशों के साथ परस्पर रिश्तों को मजबूत करना है। इन यात्राओं से इस अवधि के दौरान राजनायिक पहुंच में इजाफा हुआ है। इस पहुंच से अन्य बातों के साथ-साथ सरकार के राष्ट्रीय विकास के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हमारे विदेशी सहभागियों की संबंधता बढ़ी है।