Edited By shukdev,Updated: 20 Aug, 2018 05:28 AM
केरल में भारी वर्षा और बाढ़ के कारण प्रभावित इलाके से अब तक 15,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है और बेहद खराब हालात वाले इलाकों में बचाव अभियान तेज कर दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने कहा है कि दक्षिणी राज्य में एक सदी में सबसे...
नई दिल्ली: केरल में भारी वर्षा और बाढ़ के कारण प्रभावित इलाके से अब तक 15,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है और बेहद खराब हालात वाले इलाकों में बचाव अभियान तेज कर दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने कहा है कि दक्षिणी राज्य में एक सदी में सबसे भीषण बाढ़ के बीच मुश्किल परिस्थितियों में कुल 58 टीम काम कर रही है और हर टीम में करीब 30-35 कर्मी हैं।
एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘पानी घटने से कुछ जगहों पर स्थिति ठीक हो रही है लेकिन तिरूवल्ला और चेंगान्नुर (अलपुझा), अलेवा (एर्नाकुलम) और इडुक्की तट जैसे अभी भी प्रभावित इलाके में अभियान तेज कर दिया गया है।’
उन्होंने बताया कि कठिन हालात के बीच ऐन वक्त पर एनडीआरफ टीमों ने 348 लोगों और 50 पशुओं को बचा लिया। अभी तक 15000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है। आठ अगस्त के बाद केरल में सदी की सबसे भीषण जलप्रलय से 197 लोगों की मौत हो चुकी है। इडुक्की जिले में सबसे अधिक मौत हुई है। यहां 43 लोगों की जान जा चुकी है।
छह लाख लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। हजारों लोग बिना खाना-पानी के अपने घरों में फंसे हुए हैं। रनवे और हवाई अड्डे के अन्य हिस्से में बाढ़ का पानी घुसने के कारण कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 26 अगस्त तक बंद है।