Edited By vasudha,Updated: 05 Jul, 2019 11:05 AM
ऑस्ट्रेलिया में धूम्रपान के कारण होने वाले हृदयाघात और दिल की अन्य बीमारियों के कारण प्रतिदिन 17 लोगों की मौत हो जाती है। ऑस्ट्रेलियन नैशनल यूनिवर्सिटी की एक टीम ने वीरवार को जारी अपने अध्ययन में बताया कि धूम्रपान करने वाले लोगों के हृदयवाहिनी से...
कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया में धूम्रपान के कारण होने वाले हृदयाघात और दिल की अन्य बीमारियों के कारण प्रतिदिन 17 लोगों की मौत हो जाती है। ऑस्ट्रेलियन नैशनल यूनिवर्सिटी की एक टीम ने वीरवार को जारी अपने अध्ययन में बताया कि धूम्रपान करने वाले लोगों के हृदयवाहिनी से संबंधित बीमारी से मरने का खतरा तीन गुना और हृदयाघात का खतरा दोगुना अधिक रहता है।
यूनिवर्सिटी के नैशनल सैंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड पॉपुलेशन हैल्थ की एमिली बैंक्स के नेतृत्व शोध टीम ने हृदयवाहिनी से संबंधित 36 प्रकार की बीमारियों के लिए 1.9 लाख ऑस्ट्रेलियाई लोगों पर 7 वर्ष तक अध्ययन किया। उन्होंने बताया कि धूम्रपान के कारण प्रतिवर्ष 1.14 लाख यानी प्रतिदिन 31 लोगों को कोरोनरी धमनी से संबंधित बीमारियों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। ऑस्ट्रेलिया में फिलहाल लगभग 27 लाख लोग धूम्रपान करते हैं।
बच्चों में नशे की बढ़ रही आदत
राज्यसभा में वीरवार को सभी दलों के सदस्यों द्वारा बच्चों में नशे की बढ़ती आदत बच्चों में नशे की बढ़ती आदत पर गहरी चिंता जताए जाने के बीच सरकार ने एक सर्वेक्षण के हवाले से बताया कि भारत में 16 करोड़ लोग अल्कोहल और 3.1 करोड़ लोग भांग उत्पादों का सेवन करते हैं। सरकार देश के प्रमुख 10 शहरों के स्कूल एवं कालेजों में छात्रों के बीच नशे की आदत पर भी एक सर्वेक्षण करा रही है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने देश के विभिन्न भागों में स्कूली विद्यार्थियों के बीच नशे की बढ़ती आदत पर लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर विभिन्न दलों के सदस्यों द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण के जवाब में सदन को यह जानकारी दी।