Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Jun, 2019 12:51 PM
गुजरात के निकट से गुजर रहे चक्रवाती तूफान वायु के असर के कारण प्राचीन और विश्वविख्यात द्वारका के जगत अथवा द्वारकाधीश मंदिर के ऊपर इसके इतिहास में संभवत: पहली बार दो ध्वज लगाए गए हैं।
द्वारका: गुजरात के निकट से गुजर रहे चक्रवाती तूफान वायु के असर के कारण प्राचीन और विश्वविख्यात द्वारका के जगत अथवा द्वारकाधीश मंदिर के ऊपर इसके इतिहास में संभवत: पहली बार दो ध्वज लगाए गए हैं। हिंद महासागर के तट पर स्थित मंदिर के शिखर पर इसके प्रशासन और प्रबंधन के निर्देश पर दो ध्वज लगाए गए हैं ताकि वायु तूफान के असर से बह रही बेहद तेज हवा के चलते अगर एक ध्वज को नुकसान भी पहुंचे तो दूसरा लहराता रहे। मंदिर के एक पुजारी ने बताया कि उसने अपने जीवन में पहली बार ऐसा दृश्य देखा है जब शिखर पर दो ध्वज लहरा रहे हों।
ज्ञातव्य है कि तूफान के असर से समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं और 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं। जैसे-जैसे तूफान और निकट आएगा यह रफ्तार और बढ़ सकती है। वहीं तूफान की वजह से सोमनाथ मंदिर के 155 फीट ऊंचे शिखर तक समंदर की लहरें उछालें मार रही हैं, जिसके चलते मंदिर का प्रवेशद्वार भी टूट गया है। गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने बताया कि तूफान को देखते हुए यहां अलर्ट जारी किया गया था लेकिन मंदिर को बंद नहीं किया गया है। दरअसल यहां कई सालों से यहां लगातार आरती हो रही है और इस नियम को मंदिर प्रबंधन भंग नहीं करना चाहता। चुडासमा ने बताया कि मंदिर की मौजूदा स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि अमित शाह सोमनाथ मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष भी हैं।