Edited By Riya bawa,Updated: 04 Apr, 2020 05:08 PM
देश में कोरोना वायरस के मरीज़ों की संख्या 2900 के पार पहुंच गई है। इस बढ़ते प्रकोप में...
नई दिल्लीः देश में कोरोना वायरस के मरीज़ों की संख्या 2900 के पार पहुंच गई है। इस बढ़ते प्रकोप में मरीजों को बचाने के लिए दुनिया भर में हर देश ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेटर बनाने पर जोर दे रहे हैं। भारत में भी वेंटिलेटर की भारी कमी है। इस बीच एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है कि देश भर में करीब 20-30 हज़ार वेंटिलेटर ऐसे हैं, जो खराब पड़े हैं ऐसे वेंटिलेटर प्राइवेट और सरकारी दोनों हॉस्पिटल में पड़े हैं।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक खराब वेंटिलेटर्स की चर्चा में करीब 20-30 हज़ार वेंटिलेटर ऐसे हैं जो खराब पड़े हैं। ये देश के अलग-अलग हिस्सों में इनकी सर्विसिंग नहीं की जा रही। कई वेंटिलेटर के पार्ट्स खराब हैं इसी को देखते हुए नीति आयोग इसको लेकर राज्य सरकारों और अलग-अलग हॉस्पिटल से बातचीत करेगा।
सप्लाई बढ़ाने के लिए ये उठाए जा रहे कदम
सरकार इस सिलसिले में कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) से बातचीत करेगी। सीआई के डायरेक्टर जनरल चरणजीत बनर्जी ने बताया, 'भारत में वेंटिलेटर फिलहाल छोटे निर्माताओं द्वारा बनाए जाते हैं मैन्युफैक्चरर्स और बड़ी कंपनियों के बीच एक गठबंधन बनाया है, ताकि सप्लाई को बढाया जा सके। हम डिफेंस, ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स और बड़ी कंपनियों को देख रहे हैं जो कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कर सकती हैं और प्रोडक्शन लेवल को बड़ा कर सकती हैं।